२४ सहस्र ६३२ मंदिरों की ४ लाख एकड भूमि आंध्र प्रदेश सरकार अपने नियंत्रण में लेगी !

  • भूमि को सुरक्षित करने के लिए उन्हें अपने नियंत्रण में लेंगे, सरकार का दावा !

  • भूमि का मूल्य १ लाख करोड रुपए से अधिक !

हिन्दुओं के २४ सहस्र ६३२ मंदिरों की ४ लाख एकड भूमि अपने नियंत्रण में लेने के लिए चिन्हांकित

विजयवाडा (आंध्र प्रदेश) – आंध्र प्रदेश के वाइ.एस.आर. पार्टी की सरकार ने सरकारीकरण हुए हिन्दुओं के २४ सहस्र ६३२ मंदिरों की ४ लाख एकड भूमि अपने नियंत्रण में लेने के लिए उन्हें चिन्हांकित किया है । इनका मूल्य १ लाख करोड रुपए से अधिक है । यह भूमि नियंत्रण में लेने पर बहुत समय से विवाद आरंभ है ।

धर्मार्थ खाते के मंत्री कोट्टू सत्यनारायण

१. आंध्र प्रदेश के धर्मार्थ खाते के मंत्री कोट्टू सत्यनारायण ने दावा किया है कि सरकार मंदिर एवं उसकी संपत्ति को सुरक्षित रखना चाहती है । इसलिए सुरक्षा के उचित उपाय किए जा रहे है । मंदिरों की भूमि की जानकारी सुरक्षित रखने के लिए एक संगणकीय प्रणाली (सॉफ्टवेयर) इससे पूर्व ही बनाई गई है ।

२. ‍वर्तमान में मंदिरों की जो भूमि चिन्हांकित की गईं हैं, उनका विवाद मिटाया जाएगा । इस संदर्भ में विजयवाडा के श्री दुर्गा मल्लेश्‍वर स्वामीवरला देवस्थान की विवादास्पद भूमि के विषय में चर्चा की गई । उस पर शीघ्र ही समाधान निकाला जाएगा ।

३. राज्य के मंदिरों की भूमि संरक्षित करने के लिए सभी २६ जिलों के धर्मार्थ आयुक्तों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई । इसमें मंदिरों की भूमि की रक्षा करने का आदेश दिया गया था ।

(सौजन्य : Rashtriya Hindi News) 

संपादकीय भूमिका 

  • देश के एक भी चर्च अथवा मस्जिद का सरकारीकरण नहीं हुआ है अथवा उनके अधिकार की भूमि सरकार नियंत्रण में लेने का विचार भी नहीं करती; परंतु देश में हिन्दुओं के लाखों मंदिर अभीतक की सरकारों ने अपने नियंत्रण में लेकर, जैसे चाहे वैसे उस संपत्ति का उपयोग किया । अब भूमि भी नियंत्रण में लेकर उसका भी जैसे चाहे वैसे उपयोग करने की संभावना नकार नहीं सकते । यह स्थिति ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ अनिवार्य करती है !
  • पहले राज्यकर्ता मंदिरों को धन अर्पण करते थे, पऱंतु वर्तमान के राज्यकर्ता मंदिरों का धन लूटते हैं एवं हिन्दू भक्त उसकी ओर निष्क्रियता से देख रहे हैं । यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है !