राजस्थान के मुख्यमंत्री ने अर्थसंकल्प का पुराना ही भाषण पढ कर सुनाया !

जयपुर – राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने ७ मिनट तक पुराना अर्थसंकल्पीय भाषण पढ कर सुनाया । विपक्षियों की समझ में यह बात आई एवं वे सभागृह में हंसने लगे । चूक समझ में आने पर गेहलोत को रोका गया । चूक समझ में आते ही गेहलोत ने सभागृह से क्षमा याचना की । पुराना भाषण पढने के कारण विपक्षियों ने कोलाहल मचाया ।

इसलिए विधान सभा का कामकाज ३० मिनट तक स्थगित कर दिया गया । इतिहास में प्रथम बार ही ऐसा हुआ है कि विधान सभा में पुराना अर्थसंकल्पीय भाषण पढा गया । तत्पश्चात मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव उषा शर्मा को आमंत्रित कर अधिकारियों की लापरवाही पर अप्रसन्नता व्यक्त की । अर्थसंकल्प प्रस्तुत करने हेतु जिस बैग में भाषण के कागदपत्र रखे जाते हैं, उसमें पुराने भाषण के कागदपत्र रखे गए थे । इसलिए कहा जा रहा है कि यह अधिकारियों की लापरवाही है ।

(यद्यपि यह अधिकारियों की लापरवाही है, तब भी मुख्यमंत्री की सतर्कता अल्प पडी, यह भी उतना ही सही है ! – संपादक) इस घटना के उपरांत कुछ अधिकारियों पर कार्यवाही होने की संभावना व्यक्त की जा रही है ।

संपादकीय भूमिका

ऐसी लापरवाही को क्या कहेंगे ? ऐसे कांग्रेसवाले कैसा कामकाज चलाते होंगे, इसका विचार न ही किया; तो अच्छा !