पुणे, २८ दिसंबर (समाचार) – २५ दिसंबर को पिंपरखेड, तालुका शिरूर, पुणे गावठान में ईसाइयों के पूजा स्थल ‘आशीर्वाद सुवार्ता प्रतिष्ठान’ में धर्मांतरण के लिए प्रार्थना का आयोजन किया गया था । (इससे पता चलता है कि ईसाई लोग हिन्दू नाम से संस्थाएं खोलकर चालाकी से हिन्दुओं का धर्मांतरण कर रहे हैं ! – संपादक) उक्त प्रार्थना में १५० से अधिक हिन्दुओं ने भाग लिया । जब उक्त कार्यक्रम को रोकने का प्रयास किया गया तो वहां उपस्थित लोगों ने भारी विरोध किया । विरोध प्रदर्शन एवं प्रार्थना रोकने हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की धर्म जागरण शाखा के प्रकल्प प्रमुख श्री. माधवराव खोत, साथ ही पुणे संभाग समन्वयक श्री. संतोष गायकवाड, साथ ही श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्तान, अंबेगांव के अध्यक्ष श्री. कमलेश तुले, तालुका संयोजक श्री. सचिन तागड आदि ने उक्त हिन्दुओं को जागरूक किया और धर्मांतरण रोकने का प्रयास किया । इसके बाद पुलिस दलबल के साथ घटना स्थल प पहुंची और प्रार्थना कार्यक्रम को रुकवा दिया ।
जंबुत तालुका, शिरूर, पुणे ने भी एक अनौपचारिक चर्च में प्रार्थना कार्यक्रम का आयोजन किया था । हालांकि पुलिस ने कार्यक्रम को रोकने का निर्णय किया, लेकिन सौ से अधिक लोग कार्यक्रम स्थल पर ही उपस्थित रहे । वहां भी धार्मिक जागरूकता के अंतर्गत हिन्दू श्रद्धालुओं ने दर्शकों के सामने अपना पक्ष रखा और पुलिस प्रशासन की सहायता से प्रार्थना रोक दी, ऐसी जानकारी संघ के श्री ढगे ने दी ।
संपादकीय भूमिकाएक घटना जो धर्मांतरण-निषेध अधिनियम की आवश्यकता बताती है ! |