राष्ट्रीय स्तर पर ‘लव जिहाद विरोधी कानून’ एवं ‘धर्मांतरण विरोधी कानून’ लागू किएं जाएं !

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा वाराणसी में जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रस्तुति

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – धर्मांध आफताब पूनावाला ने मुंबई की हिन्दू युवती श्रद्धा वालकर के ३५ टुकडे कर अमानवीय पद्धति से उसकी हत्या की । इसी प्रकार धर्मांतरण के लिए सूफियान नामक धर्मांध ने लक्ष्मणपुरी की निधि को ४ थी मंजिल से धकेलकर उसकी हत्या की । इसलिए अब हिन्दू युवतियों की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘लव जिहाद विरोधी कानून’ एवं ‘धर्मांतरण विरोधी कानून’ लागू किया जाए, इन मांगों को लेकर हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा यहां के जिलाधिकारी के माध्यम से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया । इस अवसर पर रुद्र शक्ति सेना नारी संगठन की जिलाध्यक्षा श्रीमती सोनी सिंह, सनातन संस्था की श्रीमती प्राची जुवेकर, महादेव महिला सेवा समिति की खुशबू जायसवाल, महावीर सेना के जिला उपाध्यक्ष श्री. अरविंद गुप्ता, हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री. मनीष पांडे, राष्ट्रीय जनसेवा संघ के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं न्याय परिषद के महासचिव अधिवक्ता अरुण कुमार मौर्य, इंडिया विथ विजडम् के संस्थापक अध्यक्ष अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी, अधिवक्ता श्रीकांत प्रजापति, अधिवक्ता पराग कुमार, अधिवक्ता मनीष रॉय, अधिवक्ता विकास तिवारी तथा हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन केशरी उपस्थित थे ।

ज्ञापन में की गई अन्य मांगें

१. श्रद्धा वालकर एवं निधि के हत्यारों को तुरंत फांसी दी जाए ।

२. ‘लव जिहाद विरोधी अधिनियम’ एवं ‘धर्मांतरण निषेध अधिनियम’ संपूर्ण भारत में लागू किए जाएं ।

३. ‘लव जिहाद’ के लिए विदेशों से मिलनेवाली आर्थिक सहायता, युवतियों की तस्करी तथा आतंकवादी गतिविधियों के लिए उनके किए जा रहे उपयोग की घटनाओं की जांच की जाए ।

४. लव जिहाद की घटनाओं में संलिप्त होने की बात सामने आने पर संबंधित मदरसों एवं मस्जिदों को तुरंत बंद किया जाए ।