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लक्ष्मणपुरी (उत्तरप्रदेश) – यहा १८ अक्टुम्बर २०१९ को हिन्दुत्वनिष्ठ नेता कमलेश तिवारी की मुसलमानों ने नृशंस हत्त्या की थी । उदयपूर हत्त्याकांड पर अब तिवारी की पत्नी किरण तिवारी ने उनके पति के हत्त्यारों को शीघ्र फांसी देने की मांग की है । ‘ऐसा नहीं किया, तो आत्मदाह करुंगी’, ऐसी चेतावनी उन्होंने उत्तरप्रदेश सरकार को दी है ।
उत्तरप्रदेश सरकार पर की टिप्पणी !
एक वृत्तवाहिनी को दिए साक्षात्कार में किरण तिवारी ने कहा कि,
१. मेरे पति की हत्त्या को तीन वर्ष होने पर भी मुख्य सूत्रधार तन्वीर अभी भी बन्दी नहीं बनाया गया । दुसरी ओर १३ में से ५ आरोपियों को प्रतिभूती (जामीन) मिलने से उनसे हमारी जान संकट में है । हम भयग्रस्त होकर जी रहे है ।
२. सरकार ‘ हमारी हत्त्या हों’, इस प्रतिक्षा में है क्या ? जिससे वे राजकारण कर सके ?
३. हमें एक सुरक्षाकर्मी दिया है । यद्यपि हम पर कोई आक्रमण करने आया, तो वह हमारा रक्षण करेंगा या स्वयं का ?
४. मेरे पति श्रीराम मन्दिर के पक्षकार थे । वे १५ बार कारागार में जाकर आए हुए है । उन्होंने अनेक बार पुलिस का लाठीमार झेला है । उनके विरोध में राष्ट्रीय सुरक्षा विधान अन्तर्गत न्यायालयीन प्रकरण चला । उस समय भी वे ११ महिने कारागार में थे । हिन्दुओं के लिए लढनेवाले मेरे पति के लिए अधिवक्ता (पू.) हरि शंकर जैन ने न्यायालयीन प्रकरण लढा था ।
रोहिंग्या मुसलमानों से हमारे जीवन को संकट !
किरण तिवारी ने आगे बताया कि, गरीबी रेखा के निचे होनेवाले लोगों का जैसा निवास होता है, वैसा सरकारी निवास हमें मिला है । उस जगह चारों ओर रोहिंग्या मुसलमान रहते है । हमने उस घर में पैर भी रखा नहीं । मैं मेरे बच्चों के साथ रास्ते पर भी रही, तो भी हमारा रक्षण हो सकेगा । हम सरकारी निवास में रहने को गए, तो हमारी निश्चित हत्त्या होंगी ।
किरण तिवारी ने की मांगे –१. मेरे पति के हत्त्यारे अशफाक और मोइनुद्दीन को शीघ्र फांसी होनी चाहिए । आनेवाले १५ दिवस में हमारी मांगे पूर्ण नहीं हुई, तो मैं मुख्यमंत्री के निवासस्थान के सम्मुख आत्मदाह करुंगी । २. मेरे पुत्र को सरकारी चाकरी मिलनी चाहिए । मेरा पुत्र विधी पदवी का अध्ययन कर रहा है, परन्तु उसके नौकरी की धारिका (फाईल) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास अभी तक पहुंची नहीं । ३. सरकार से हमें १५ लक्ष रुपए मिले है । उस रक्कम पर जीवन जीना कठिन है । ५० लक्ष रुपए मिलने की हमारी मांग सरकार ने पूर्ण करना चाहिए । ४. मेरे पति के हत्त्या के बाद ये प्रकरण जलद गती न्यायालय में चलें, ऐसी मांग हमने तत्कालीन विधीमन्त्री बृजेश पाठक से की थी । तब आश्वासन दिया गया था, परन्तु प्रत्यक्ष में वैसा कुछ हुआ नहीं । हम न्याय की भीख मांगने किसके पास जाएं ? न्यायालय और सरकार हमें न्याय दें ! |
योगी आदित्यनाथ हमें न्याय दें !किरण तिवारी ने कहा, ‘योगी आदित्यनाथ एक सन्त है । हम सन्तों को ईश्वर मानते है । सरकार हमें न्याय दें व हमारे कुटुम्ब को दिया वचन पूर्ण करें, ऐसा मैं उन्हें आवाहन करती हूं’ । |
संपादकीय भूमिकाआरोपियों को तत्काल दण्ड देने के लिए सरकारी यन्त्रणा से सख्त प्रयत्न न होने से ही हिन्दुओं को ऐसी चेतावनी देनी पडती है । यह सरकारी यन्त्रणा को लज्जास्पद ! सरकार अभी तो हत्त्या हुए सभी हिन्दुत्वनिष्ठों के हत्त्यारों को शीघ्र दण्ड देने के लिए प्रयत्न करेंगी क्या ? |