दोडामार्ग – तालुका के मोरले गांव में 8 अप्रैल की सुबह खेत में गए लक्ष्मण यशवंत गावस (आयु ७० वर्ष) पर एक हाथी ने आक्रमण कर दिया, जिससे उनकी उसी समय पर ही मृत्यु हो गई । गावस जब खेत में काम कर रहे थे, तब पीछे से आए हाथी ने उन्हें अपनी सूंड से पकड़कर ज़मीन पर पटक दिया और पैरों से कुचल दिया, जिससे उनकी वहीं पर ही मृत्यु हो गई ।
तालुका में पिछले २० वर्षों से हाथियों की समस्या बनी हुई है । अब तक कई बार हाथियों के कारण जान-माल की हानि हो चुकी है । इस समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग यहां के किसान और ग्रामीण लगातार कर रहे हैं । इस अनुरोध पर सरकार ने कई बार अभियान चलाकर प्रयास किए हैं; लेकिन अब तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका है । कर्नाटक राज्य में भी यही समस्या है । वहां इसे सुलझाने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, उन्हें जानने के लिए हाल ही में तालुका के किसान, बागवान और वन विभाग के अधिकारियों का एक दल कर्नाटक यात्रा पर गया था ।
‘क्या गावस की मृत्यु के बाद अब तो सरकार और प्रशासन जागेंगे ? और क्या हाथियों को हटाने के लिए कोई ठोस अभियान चलाया जाएगा ?’, ऐसा आक्रोशित सवाल गांववालों द्वारा उठाया जा रहा है ।
मोरले की घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम ने घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण किया और पंचनामा किया ।
संपादकीय भूमिकासरकार और प्रशासन को आखिर कितनी जान-माल की हानि के बाद होश आएगा ? |