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कल्याण (महाराष्ट्र) – महिलाओं के विरुद्ध हिंसा और बढ़ते अपराध को देखते हुए पहाता के खोनी ग्रामीणों ने गांव के बाहर के मुसलमानों को गांव की मस्जिद में नमाज पढने के लिए आने पर प्रतिबंध लगा दिया है । शुक्रवार को गांव में बाहरी गांवों से जब मुसलमान आए तो खोनी गांव वालों ने उन्हें वापस भेज दिया । इस समय कोई अप्रिय घटना न घटे; इसलिए भारी पुलिस बंदोबस्त रखा गया था ।
Mu$l!ms outside the Village banned from offering Namaz. Every Friday, 1,500 Mu$l!ms used to come for Namaz!
In the backdrop of increasing atrocities and crimes, the villagers of Khoni (Kalyan) have taken this decision!
Do not be surprised if someone labels the villagers of… pic.twitter.com/qm0fKn1gTY
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) December 27, 2024
इस बारे में स्थानीय हनुमान थोंबरे ने कहा, ”हमारे गांव में प्रत्येक शुक्रवार को डेढ़ हजार मुसलमान नमाज पढने आते हैं । ” आसपास के शहरों में बढती अपराध की घटनाएं, लव जिहाद के प्रकरण, नाबालिग लडकियों से बलात्कार ने गांवों में सुरक्षा की समस्या पैदा कर दी है । हमारे गांव की सुरक्षा ही हमारी सुरक्षा है । स्थानीय लोगों से हमारा कोई विरोध नहीं है। केवल बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध है और प्रतिबंध जारी रहेगा । हमें पुलिस प्रशासन का सहयोग है, हम आशा करते हैं कि वे आगे भी सहयोग करेंगे ।
संपादकीय भूमिकाखोनी गांव के ग्रामीणों को कोई ‘असहिष्णु’ कह दे तो आश्चर्य नहीं होगा । पुलिस, प्रशासन और सरकार को यह अवश्य सोचना चाहिए कि आखिर ग्रामीणों को ऐसा निर्णय लेने के लिए क्यों विवश होना पडा ! |