हिन्दुओं, दंगाईयों की तैयारी को ध्यान में लेकर स्वरक्षा हेतु तैयार रहें !
जनवरी एवं फरवरी २०२१ की अवधि में देहली नगर में ‘सीएए’ कानून के विरुद्ध मुसलमानों ने दंगा भडकाया । यह दंगा तो एक योजनाबद्ध षड्यंत्र था, जो गिरफ्तार किए गए दंगाईयों के ‘वॉट्स एप’ संदेशों से स्पष्ट हुआ । उन संदेशों में से एक संदेश में ‘दंगे के हालात में घर की औरतें क्या करें ?’, इस शीर्षक तले सूचनात्मक मार्गदर्शन था । ये सूचनाएं मूलतः उर्दू-हिन्दी मिश्रित भाषा में थीं । उसका हिन्दी अनुवाद नीचे दिया गया है –
१. घर में उबलते हुए पानी अथवा तेल की व्यवस्था करें ।
२. घरों की सीढियों पर तेल, शैंपू अथवा सर्फ पाउडर का पानी डालकर रखें ।
३. लाल मिर्च का गर्म पानी अथवा मिर्च पाउडर का उपयोग करें ।
४. घर के दरवाजों पर मजबूत लोहे के द्वार (गेट) लगाएं ।
५. घर में एसिड की बोतलें रखें ।
६. घर की अट्टालिका (बाल्कनी) एवं छत पर ईंटें और पत्थर रखें ।
७. चारपहिया एवं दोपहिया वाहनों का पेट्रोल निकालकर रखें ।
८. (घर में प्रवेश करने का प्रयास करनेवालों को) घर के लोहे के दरवाजों के माध्यम से बिजली का झटका (करंट) देना संभव हो, इस प्रकार का प्रबंध करें ।
९. एक घर से दूसरे घर में जाने हेतु मार्ग बनाइए ।
१०. घर में रहनेवाले सभी (मुसलमान) पुरुष एक ही समय घर छोडकर न जाएं । कुछ लोग (मुसलमान) महिलाओं की सुरक्षा के लिए इमारत में ही रुकें ।
(इससे दंगाईयों ने स्वयं के समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु कितनी तैयारी की थी, यह बात ध्यान में आती है । कितने शहरों के हिन्दुओं ने स्वयं के समुदाय की सुरक्षा हेतु इस प्रकार की तैयारी की है ? – संपादक) (११.७.२०२१)