सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव : रामराज्य की दिशा में उठाया गया एक कदम ।

सिंधुदुर्ग जिले से १,५०० से अधिक साधक एवं धर्मप्रेमी हिन्दू उपस्थित होंगे ।

बाईं ओर से श्री. राजेंद्र पाटिल जी ,सद्गुरु सत्यवान कदम जी, बोलते हुए श्री. अभय वर्तक जी तथा श्री. विवेक पंडित जी –

कुडाळ – सनातन राष्ट्र का उद्घोष, सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवले जी का ८३वां जन्मोत्सव तथा संस्था के रजत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में ‘विश्वकल्याणार्थ रामराज्य जैसे सनातन राष्ट्र’ की घोषणा के उद्देश्य से गोवा राज्य के फार्मागुड़ी, फोंडा स्थित गोवा अभियांत्रिकी महाविद्यालय के मैदान पर १७ से १९ मई की कालावधि में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ का ऐतिहासिक आयोजन किया गया है ।

राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा के लिए समर्पित संत, महंत, हिन्दुत्व के रक्षक, विचारक, केंद्रीय मंत्री, कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री, साधक एवं धर्मप्रेमी – ऐसे २५ हजार से अधिक हिन्दुओं की उपस्थिति इस महोत्सव की विशेषता होगी । यह दिव्य शंखनाद रामराज्य की दिशा में उठाया गया एक और कदम होगा । इस महोत्सव में सिंधुदुर्ग जिले से १,५०० से अधिक साधक एवं धर्मप्रेमी हिन्दू उपस्थित रहेंगे, ऐसी जानकारी सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक जी ने कुडाळ में आयोजित पत्रकार परिषद में दी ।

सनातन संस्था की ओर से आयोजित ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ की जानकारी देने हेतु शहर के होटल कोकण स्पाइस में पत्रकार परिषद का आयोजन किया गया था । इस अवसर पर सनातन संस्था के धर्मप्रचारक सद्गुरु सत्यवान कदम जी, हिन्दुत्वनिष्ठ विवेक पंडित जी, राजेंद्र पाटिल जी आदि उपस्थित थे ।

संत पादुकाओं के दर्शन का लाभ मिलेगा –

इस अवसर पर बोलते हुए सद्गुरु सत्यवान कदम जी ने बताया कि इस महोत्सव में समर्थ रामदास स्वामी जी, सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवले जी के गुरु प.पू. भक्तराज महाराज जी, सज्जनगढ़ के श्रीधर स्वामी श्री कानिफनाथ स्वामीजी, माणगांव के प.पू. वासुदेवानंद सरस्वती टेंब्ये स्वामी महाराजजी, श्री साईबाबा, प.पू. गोंदवलेकर महाराजजी, प.पू. गगनगिरी महाराजजी, सहित १० से अधिक संतों की पवित्र पादुकाओं का एक साथ दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा । रामराज्य की संकल्पना हेतु १ करोड़ नामजप यज्ञ संपन्न होगा ।

धर्मवीरों का होगा सम्मान

इस अवसर पर बोलते हुए हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. विवेक पंडित जी ने कहा कि सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव एक अत्यंत प्रशंसनीय उपक्रम है । इसमें हिन्दू धर्म के लिए निःस्वार्थ रूप से कार्य करने वाले धर्मवीरों को ‘हिन्दू राष्ट्ररत्न’ तथा ‘सनातन धर्मश्री’ जैसे पुरस्कार संतों के हाथों देकर सम्मानित किया जाएगा ।

ऐतिहासिक तथा आध्यात्मिक वस्तुओं की प्रदर्शनी – 

इस कार्यक्रम में छत्रपति शिवाजी महाराज के काल की प्राचीन शस्त्र सामग्री, साथ ही सनातन संस्कृति, कला, आयुर्वेद एवं आध्यात्मिक वस्तुओं की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी ।