सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

हिन्दू राष्ट्र का ध्वज भगवा ही होगा !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी

‘हिन्दू राष्ट्र का ध्वज सत्त्व-रज प्रधान भगवा होगा । वह अनेक युगों से भारत का ध्वज है । अर्जुन, छत्रपति शिवाजी महाराज इत्यादि का भी वही ध्वज था ।’


निरर्थक बुद्धिप्रमाणवादी एवं सर्वधर्म समभाव के समर्थक !

‘शोध कार्य हेतु उपयोग किए जानेवाले उपकरणों को हिन्दू धर्म की श्रेष्ठता समझ में आती है, जबकि बुद्धिप्रमाणवादी एवं सर्वधर्म समभाव के समर्थक यह नहीं समझ पाए, इस ओर ध्यान दें ।’


व्यक्तिगत स्वतंत्रता समर्थकों का अज्ञान !

‘व्यक्तिगत स्वतंत्रता के नाम पर अपने मनानुसार आचरण करनेवाले, चिकित्सा, न्याय इत्यादि किसी भी क्षेत्र में अपने मनानुसार आचरण नहीं करते । केवल आध्यात्मिक परंपराओं के विषय में ही मनानुसार आचरण करते हैं ।’


साधना करने की अति आवश्यकता !

‘संकट के समय सहायता हो, इसलिए हम अधिकोष (बैंक) में धन रखते हैं । उसी प्रकार संकट के समय सहायता हो, इसलिए साधना का धन हमारे पास होना आवश्यक है ।’


सभी क्षेत्रों में हो रहे अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाएं !

‘राष्ट्र-धर्म प्रेमियो, केवल स्वयं के क्षेत्र का ही नहीं; अपितु व्यापक होने हेतु चिकित्सा, न्यायालय, पुलिस, सरकारी कार्यालय इत्यादि सभी क्षेत्रों में हो रहा अन्याय खोजकर उसके विरुद्ध वैध मार्ग से आवाज उठाओ !’

– सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले