सोजत (राजस्थान) – सनातन संस्था की ओर से जैसलमेर एवं सोजत में बालसंस्कार वर्ग में आनेवाले बच्चे तथा उनके अभिभावकों के लिए बालसंस्कार समारोहों का आयोजन किया गया था । इस समारोह में बालसाधकों ने सुरीले स्वर में श्लोक का पाठ किया । बालसाधकों ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए कहा, ‘बालसंस्कार वर्ग में उन्हें मिली शिक्षा के कारण उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए हैं ।’ इस कार्यक्रम में अभिभावकों ने भी अपना मनोगत व्यक्त किया । उन्होंने कहा कि बालसंस्कार वर्ग में आने के उपरांत उनके बच्चों के स्वभाव, आचरण तथा विचारधारा में उल्लेखनीय परिवर्तन आए हैं । बच्चों में संस्कारों के ये फूल खिलते हुए देखकर अभिभावक भावुक हुए ।
इन कार्यक्रमों में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने ‘ऑनलाइन’ पद्धति से मार्गदर्शन करते हुए कहा, ‘‘वर्तमान समय संघर्षाें से भरा हुआ है । ऐसे समय में बच्चों को ईश्वर से आश्रय लेने हेतु प्रेरित करना महत्त्वपूर्ण है । अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए आदर्श बनना चाहिए तथा उन्हें आध्यात्मिक साधना तथा मूल्यों के आचरण करने हेतु प्रेरित करना चाहिए ।’’
जैसलमेर के कार्यक्रम में किरण कबाडी में कार्यक्रम का उद्देश्य स्पष्ट किया तथा अभिभावकों को संस्था के कार्य की जानकारी दी, जबकि रीना भरडिया ने बच्चों को अच्छे संस्कार देने में अभिभावकों की भूमिका तथा प्रयासों के विषय में मार्गदर्शन किया । सोजत में सनातन की अर्चना लड्ढा ने सुसंस्कृत बच्चों के पालन-पोषण में अभिभावकों की भूमिका के विषय में मार्गदर्शन किया । अभिभावकों ने प्रतिमाह ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करने की मांग की ।