नई दिल्ली – भारतीय गाय के गोबर की विदेशों में बहुत मांग है । वित्तीय वर्ष २०२३-२४ में भारत में गाय के गोबर से ३८६ करोड रुपये तक की विदेशी मुद्रा उपलब्ध हुई । इस संबंध में वस्तुओं के आयात एवं निर्यात से जुड़े विषयों का अध्ययन करने वाली संस्था ‘एग्जाम्पीडिया’ ने एक रिपोर्ट जारी की है । विदेशों में कई किसानों का मानना है कि भारतीय गाय का गोबर कृषि के लिए संजीवनी है । भारतीय गाय के गोबर अथवा उसके उत्पादों की मालदीव, चीन, नेपाल, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, ब्राजील, अर्जेंटीना आदि देशों में सबसे अधिक मांग है ।
१. ३८६ करोड रुपये में से लगभग १२५ करोड़ रुपये का शुद्ध गोबर विदेशों में निर्यात किया गया ।
२. १७३ करोड रुपये की गाय के गोबर से बनी खाद का निर्यात भी किया गया ।
३. वर्ष के दौरान ८८ करोड रुपये मूल्य की गाय की गोबर ‘खाद’ भी निर्यात की गई ।