सनातन संस्था का रजत जयंती समारोह ३० नवंबर को गोवा में !

मुख्यमंत्री के करमलों से प.पू. गोविंददेव गिरी महाराज को सम्मानित किया जायेगा।

बाएं से श्रीमान सुभाष नाइक, श्री चेतन राजहंस और श्रीमती शुभा सावंत

पणजी (गोवा) – गोवा राज्य में स्थापित और वर्तमान में पूरे भारत में सनातन हिंदू धर्म का प्रचार प्रसार करने वाली सनातन संस्था का रजत जयंती समारोह ३० नवंबर को आयोजित किया गया है। इस आयोजन के अवसर पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष, प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज का अमृत महोत्सव सम्मान, गोवा के मुख्यमंत्री श्री. प्रमोद सावंत के करमलों से होगा। कार्यक्रम में केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री. श्रीपद नाइक, गोवा के पर्यटन मंत्री श्री. रोहन खंवटे और भाजपा के गोवा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद श्री. सदानंद तानावडे की मुख्य उपस्थिति रहेगी,  साथ ही सनातन संस्था के संस्थापक डॉ. सच्चिदानंद परब्रहम जयंत आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारी श्री सतशक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंहबल भी इस अवसर की शोभा बढाएंगी। इस कार्यक्रम में अमृत महोत्सव के अवसर पर प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज का मार्गदर्शन गोमांतकवासियों के लिए अमूल्य उपलब्धि होगा । सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री चेतन राजहंस ने पणजी में आयोजित एक प्रत्रकार परिषद यह जानकारी प्रदान की । इस अवसर पर  ‘गीता परिवार’ के गोवा महासचिव श्री सुभाष नाईक एवं ‘सनातन संस्था’ की श्रीमती शुभा सावंत भी उपस्थिति थी।

श्री राजहंस ने आगे कहा,

१. सनातन संस्था एक आध्यात्मिक संगठन है और इसकी सभी गतिविधियां समाज के आध्यात्मिक कल्याण के लिए हैं। सनातन संस्था के २५ वषों के कार्यकाल का अर्थ है समाज की २५ वर्ष की आध्यात्मिक सेवा!

२. सनातन संस्था ने सनातन धर्म में अध्यात्म को एक विज्ञान अर्थात ‘अध्यात्मशास्त्र’ के रूप में स्थापित करने के लिए महान कार्य किया। सनातन की आध्यात्मिक विज्ञान की पुस्तकों और सनातन द्वारा सिखाई गई ‘गुरुकृपायोगानुसार साधना’ के फलस्वरूप आज तक १२२ साधक संत बन चुके हैं एवं १ सहस्त्र से अधिक साधक संत बनने के  मार्ग पर हैं।

३. सनातन संस्थान का  मार्गदर्शन  प्राप्त कर वर्तमान में सहस्त्रों लोग तनाव मुक्त, व्यसन मुक्त और आनंदित  जीवन जी रहे हैं। रजत जयंती के अवसर पर संस्था द्वारा समाज के सभी वर्गों के लिए निःशुल्क तनाव मुक्त एवं व्यसन मुक्त जीवन कार्यशाला का भी आयोजन किया गया।

४. ऐसे महान कार्य करनेवाली सनातन संस्था की रजत जयंती एवं प.पू.  स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज का अमृत महोत्सव एक दुग्धशर्करा योग है।