वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – यहां के सुमेरु पीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने महाकुंभ में मुसलमान समुदाय के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में मुसलमान समुदाय की उपस्थिति सनातन धर्म के अनुयायियों की श्रद्धा को ठेस पहुंचा सकती है। महाकुंभ पर्व में सभी समुदायों के प्रवेश का समर्थन करने पर उन्होंने विपक्षी नेताओं की आलोचना की।
१. उन्होंने सरकार से अपील की है कि राष्ट्रहित की बजाय कट्टरता को बढ़ावा देने वाले बयान देने वाले विपक्षी नेताओं पर कठोर कार्रवाई की जाए।
२. उन्होंने कहा कि महाकुंभ पर्व में संतों को वक्फ बोर्ड की मान्यता समाप्त करने और सनातन मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने जैसे मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए।
३. अगर वक्फ बोर्ड की मान्यता को समाप्त नहीं किया जा सकता, तो देश में सनातन धर्म के लिए एक विशेष मंडल स्थापित किया जाए। इस अवसर पर शंकराचार्य ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तर्ज पर सनातन हिंदू महासंघ की स्थापना का प्रस्ताव भी रखा।