शेंदुर्णी (जलगांव) की घटना !
शेंदुर्णी (जलगांव) – छत्रपति क्षेत्र के संत गहिनीनाथ की यहां पिछले १०० सालों से समाधि है । समाधिस्थल के सामने मकान , दुकानें और होटल होने के कारण समाधि मंदिर उपेक्षित था । पिछले ३-४ दिनों में कुछ मुस्लिम युवक वहां आए और मजार पर हरी चादर चढ़ा दी और नमाज पढ़ने लगे । बाद में जब उन्हें एहसास हुआ कि वे वहां दीवार बना रहे हैं तो स्थानीय हिंदुओं ने उनका विरोध किया ।
Vigilant Hindus thwart j!h@d!s attempt to encroach upon the samadhi of Saint Gahininath in Sendurni (Jalgaon).
👉 Praiseworthy efforts by Hindus.
👉 If Hindus all over were as cautious and vigilant, no one would dare to encroach upon the sacred places of Hindus.… pic.twitter.com/vYYtwJvVwT
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) October 3, 2024
३० सितंबर को जब हिंदू महिलाओं और युवकों ने उसे इस मामले में चुनौती दी तो वह बिना कोई जवाब दिए भाग गया । १ अक्टूबर को एक लड़का फिर वहां आया और बोला , ‘यहाँ का भाई मेरे सपने में आया था । उन्होंने मुझसे ऐसा करने के लिए कहा ।’स्थानीय हिंदुओं ने अतिक्रमण हटा दिया और वहां फिर से केशरी झंडे और लैंप लगा दिए । घटना के आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की जा रही है । यह जानकारी वहाँ के स्थानिय हिंदु श्री. सतीश कागने इन्होंने दी ।
संपादकीय भूमिकाधर्म की रक्षा के लिए सजग रहने वाले हिंदुओं को बधाई ! यदि हिंदू हर जगह ऐसी ही सतर्कता दिखाएं तो कोई भी हिंदुओं के धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण करने की हिम्मत नहीं करेगा ! |