पंढरपुर – देशभर में कहीं भी रहने वाले भक्तों को अपने घर पर बैठकर श्री विट्ठल-रुक्मिणी देवी की पूजा के लिए ऑनलाइन बुकिंग करने की सुविधा मंदिर समिति ने उपलब्ध कराई है । इसमें मुख्य रूप से नित्य, पाद्य तथे तुलसी पूजा की ‘ऑनलाइन बुकिंग’ आरंभ की गई । इस बुकिंग के आरंभ होते ही, जनवरी से मार्च २०२५ की अवधि में होने वाली सभी पूजाओं की अग्रिम बुकिंग पूरी हो गई । इसमें श्री विट्ठल की नित्य पूजा के लिए २५ हजार रुपये और रुक्मिणी देवी की नित्य पूजा के लिए ११ हजार रुपये शुल्क लिया जाता है । श्री विट्ठल और रुक्मिणी देवी की नित्य पूजा दिन में एक बार केवल सुबह की जाती है इसलिए इसे विशेष महत्व दिया गया है ।
The advance booking for daily pooja at Shri Vitthal-Rukmini Temple has been completed for the next 3 months. 🛕
The main door of Shri Vitthal-Rukmini Mandir will be made of silver
पंढरपूर I श्री विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर pic.twitter.com/GPgW2lNy7l
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) December 27, 2024
इस नित्य पूजा से मंदिर समिति को ३ महीनों में अनुमानित ५५ लाख रुपये की आय होगी, जबकि अन्य सभी पूजाओं से १ करोड़ ८० लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होगा । इसके साथ ही, पाद्य पूजा की ५०% से अधिक अग्रिम बुकिंग पूरी हो चुकी है । इसी प्रकार तुलसी पूजा के लिए ३५० से अधिक भक्तों ने बुकिंग की है ।
श्री विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर का मुख्य द्वार चांदी का बनाया जाएगा !
श्री विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर के संरक्षण और संवर्धन का कार्य चल रहा है । इसके अंतर्गत मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार, जो संत नामदेव पायरी पर स्थित पीतल का द्वार है, को हटाकर उसके स्थान पर चांदी का द्वार लगाया जाएगा । इसके लिए नांदेड़ के २ भक्तों ने इस द्वार को चांदी से बनवाने की घोषणा की है । इसके लिए ३० किलो चांदी की आवश्यकता होगी, जिसकी कीमत लगभग ३० लाख रुपये है । पिछले ८ दिनों से चांदी लगाने का काम चल रहा है और यह कार्य अगले ८ दिनों में पूरा हो जाएगा ।