यह विचार कि ‘लव जिहाद’ को रोकना और त्योहार की पवित्रता को बनाए रखना आवश्यक है
मुंबई- नवरात्रि श्री आदिशक्ति की पूजा, मांगल्य और पवित्रीकरण का त्योहार है; लेकिन आज देशभर में महिलाओं के विरुद्ध कई तरह की हिंसा, लाखों महिलाओं का गायब होना, ‘लव जिहाद’ के जरिए हिन्दू महिलाओं को निशाना बनाना आदि सूत्र बड़े पैमाने पर उजागर हो रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि नवरात्रि पर्व के दौरान महिलाओं को लव जिहाद से बचाया जाए, साथ ही त्योहार की पवित्रता भी बरकरार रखी जाए; इसलिए जो लोग मूर्ति पूजा को स्वीकार नहीं करते उन्हें नवरात्रि के दौरान देवी की मूर्ति के सामने गरबा खेलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
गरबा हिन्दुओं का धार्मिक त्योहार है। केवल उन्हीं लोगों को वहां आना चाहिए जिनकी हिन्दू देवताओं में आस्था है। जो लोग मूर्तिपूजा में विश्वास नहीं करते और गरबा में प्रवेश करने का प्रयास करते हैं, उनसे ‘लव जिहाद’ का खतरा होने की संभावना है। इसलिए, ‘लव जिहाद’ को रोकने और त्योहार की पवित्रता बनाए रखने के लिए हिन्दु जनजागृति समिति ने नवरात्रि के अवसर पर गरबा का आयोजन करने वाले सभी आयोजकों से अपील की है कि वे केवल हिन्दुओं को गरबा में प्रवेश की अनुमति दें।
Allow only Hindus to enter the Navratri Garba event.– Appeal by @Ramesh_hjs National Spokesperson, @HinduJagrutiOrg (HJS) to the event organizers.
▫️Measures absolutely necessary to stop ‘Love J!h@d’ and preserve the sanctity of the festival. – (HJS)
▫️Garba is a Hindu festival… pic.twitter.com/PR06BDk7ea
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) October 2, 2024
समिति ने कहा,
१. गुजरात और मध्य प्रदेश राज्य के साथ-साथ महाराष्ट्र के सोलापुर जिले की पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए सभी का आधार कार्ड देखकर प्रवेश की अनुमति देने का निर्णय लिया है। हम इस निर्णय का हृदय से स्वागत करते हैं; लेकिन यह नियम सिर्फ कुछ राज्यों या जिलों में ही नहीं बल्कि पूरे देश में लागू होना चाहिए ।
२. आज देश में घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या काफी बढ़ गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने पाया है कि ये घुसपैठिए आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं । यह बेहद गंभीर है तथा नवरात्रि उत्सव के दौरान किसी दुर्घटना को अंजाम देने की कोशिश की जा सकती है । इसलिए गरबा आयोजकों को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए ।
३. जो गैर हिन्दू नवरात्रि के दौरान गरबा में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें पहले आस्था के साथ हिन्दू धर्म अपनाना होगा। हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा करनी पडेगी । तिलक लगाएं और फिर गरबोत्सव में भाग लें।
४. गणेशोत्सव, श्री राम नवमी आदि जैसे जुलूस होते हैं, उस समय गलती से गुलाल शरीर पर गिर जाता है या तेज़ लाउडस्पीकर का उपयोग किया जाता है; तो दंगल करने वाले दंगाई ख़ुशी से नवरात्रि समारोह में कैसे भाग ले सकते हैं ? इसलिए यह जानना ज़रूरी है कि गैर-हिन्दू किस उद्देश्य से गरबा में प्रवेश करने का प्रयास करते हैं ?
५. नवरात्रि का अर्थ है भक्तिभाव से देवी के लिए ९ दिनों का व्रत तथा इसकी पवित्रता बनाए रखना जरूरी है। वर्तमान समय में नवरात्रि के दौरान फिल्मों के अश्लील गाने बजाना, उन पर नृत्य करना, महिलाओं से छेड़छाड़ करना, कम कपड़े पहनकर गरबा में भाग लेना। इससे महिलाओं की सुरक्षा को खतरा हो सकता है । इसलिए हमें इससे बचना चाहिए और त्योहारों के व्यावसायीकरण को रोकने का भी प्रयास करना चाहिए।