भुवनेश्वर (ओडिशा) – ऑस्ट्रेलियाई मिशनरी पादरी ग्राहम स्टेन्स तथा उनकी दो नाबालिग लडकियो की वर्ष १९९९ में हुई हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे महेन्द्र हेम्ब्रम को १६ अप्रैल के दिन ओडिशा के क्योंझार कारागृह से रिहा कर दिया गया । २५ वर्ष की सजा काटने के बाद ५१ वर्षीय हेम्ब्रम को ‘अच्छे आचरण’ के आधार पर रिहा किया गया । दारा सिंह के साथ हेम्ब्रम को भी इस जघन्य अपराध में दोषी ठहराया गया था । रिहाई के बाद हेम्ब्रम ने दावा किया कि धर्मांतरण और गौहत्या का विरोध करने के कारण उन्हें इस मामले में फंसाया गया । उन्होंने कहा कि वे निर्दोष हैं, फिर भी उन्हें दंड दिया गया ।
Graham Staines Case: Mahendra Hembram, aide of Dara Singh, released after 25 yrs in jail.
Jail authorities gave Hembram a cordial farewell, garlanding him as a mark of recognition for his good conduct during his prison term.
Convicted in the 1999 killing of Australian… pic.twitter.com/LbWzXM5uxt
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 17, 2025
इस मामले के मुख्य आरोपी दारा सिंह अभी भी उम्रकैद की सजा काट रहे हैं । उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में समयपूर्व रिहाई की अपील की थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने ९ मार्च को ओडिशा सरकार को निर्णय लेने का निर्देश दिया था । अधिकारियों के अनुसार, दारा सिंह की रिहाई पर अगले कुछ हफ्तों में निर्णय लिया जा सकता है ।