गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) – मठों में साधु-संत गांजा पीते हैं । वह लक्ष्मणपुरी में धूम्रपान कर रहे थे । समाजवादी पार्टी के सांसद तथा मारे गए गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के भाई अफजल अंसारी के विरुद्ध पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए अपराध प्रविष्ट किया है, जिन्होंने हिन्दू-विरोधी बयान दिया था कि यदि महाकुंभ में गांजा की मालगाड़ी भेजी गई तो वह भी समाप्त हो जाएगी। अफजल ने ये बयान 3 दिन पहले दिया था ।
गांजा के सेवन को वैध बनाने की मांग
अफजल अंसारी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि गांजे के उपयोग को वैध कर देना चाहिए । लाखों लोग सार्वजनिक स्थल पर गांजा पीते हैं । वे इसे ‘भगवान का प्रसाद’ कहते हैं एवम भगवान की दवा समझकर पीते हैं । यदि यह भगवान की जड़ी-बूटी है, तो यह अवैध क्यों है ? अपने योगी बाबा (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) से गांजे को वैध करने के लिए कहें । यदि गांजा कानून द्वारा अवैध है, तो धूम्रपान की अनुमति क्यों है ? यह दोहरी नीति नहीं चलेगी । यदि कुंभ पर्व के समय गांजा की पूरी मालगाडी भेजी गई तो वह समाप्त हो जाएगी । साधु-संत, महात्मा एवं समाज के कई लोग बड़े लालसा से गांजा पीते हैं । विश्वास न हो तो मेरे साथ गाजीपुर मठ चलकर देख लें । मैं गांजा को वैध बनाने की मांग करता हूं । ‘
मीडिया को संबोधित करते हुए अंसारी ने कहा , ”अपने योगी बाबा से कहिए कि बिहार सीमा पर खुली नई शराब की दुकान को बंद कर दें । ” कौन सा धर्म कहता है कि ‘ शराब की दुकानें बढ़ाओ ‘ ? (दूसरे धर्मों द्वारा पूजी जाने वाली मूर्तियों को तोड़ें, दूसरे धर्मों की महिलाओं के साथ बलात्कार करें, उन गायों को मारें जिनकी वे पूजा करते हैं, दूसरे धर्मों का धर्म परिवर्तन करें, उनके पूजा स्थलों को ध्वस्त करें तथा वहां अपने धर्म के पूजा स्थल बनाएं,भोजन में थूकें या मूत्र करें , कौन सा धर्म ऐसा कहता है? क्या अंसारी बताएंगे ? – संपादक)
संपादकीय भूमिकामस्जिदों एवम मदरसों से जिहादी आतंकवादियों का उभरना, हथियारों की जब्ती, बलात्कार की घटनाओं, हिन्दू धार्मिक शोभायात्रा पर अक्रमणो के विषय में अफजल अन्सारी बात क्यों नहीं करते ? |