गुवाहाटी (असम) – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने २७ अगस्त, २०२४ के दिन विधानसभा में मुसलमान समुदाय के विषय में बोलते समय ‘मियां मुसलमानों को असम अधिकार में नहीं लेने देंगे’, ऐसा विधान किया । वे विधानसभा में नागाव में हुए एक १४ वर्ष की लडकी के बलात्कार की घटना के संबंध में बोल रहे थे । उनके इस विधान के उपरांत विरोधियों ने उनकी इस टिप्पणी पर बवाल किया है ।
‘I will take sides, won’t let Miya Mu$l!ms take over Assam’- Assam CM Himanta Biswa Sarma in State Assembly
Claims encroachment going on to change demography
Discussion of gang rape of 14-Year-Old Girl In Dhing#AssamAssembly #HimantaBiswaSarma pic.twitter.com/eMonNm9Zy1
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) August 27, 2024
असम विधानसभा में विरोधियों ने कानून और सुरक्षा व्यवस्था के विषय में प्रश्न उपस्थित किया था । इस समय विधानसभा में हुई चर्चा का उत्तर देते समय मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को यदि नियंत्रण में रखा होता, तो आज अपराध की मात्रा न बढती ।
मुख्यमंत्री के वक्तव्य पर शोरगुल !
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के इस विधान के उपरांत सत्ताधारी और विरोधी पार्टी के विधायकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप हुए । दोनों ओर के विधायकों के विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी के सामने आने के कारण अध्यक्ष को विधानसभा का कामकाज कुछ समय के लिए स्थगित करना पडा ।