जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने वक्फ संशोधन बिल पर दी धमकी !
(मौलाना का अर्थ है इस्लाम का अभ्यासक )
नई देहली – जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने वक्फ संशोधन बिल पर केंद्र सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई सरकार के विरोध मे है, हम सरकार पर दबाव बनाएंगे । यदि हम वक्फ बिल में संशोधन से सहमत नहीं हैं तो हम अलग-अलग राज्यों में जहां सरकार राजनीति कर रही है वहां मुसलमानों को एकजुट करेंगे । इतनी बड़ी संख्या मे एक साथ आयेंगे तो सरकार को जवाब देना होगा ।
Maulana Arshad Madani : ‘Let Muslims unite in large numbers in all the states and then we will ask the government to answer!’ – Maulana Arshad Madani, National President of Jamiat Ulema-e-Hind, issues the above threat over the Waqf Amendment Bill!
Instead of revising the #Waqf… pic.twitter.com/1akZaBQpw4
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) August 23, 2024
मदनी ने आगे कहा कि सरकार सहस्रों मस्जिदों एवं ५० सहस्र एकड से अधिक भूमि का अधिग्रहण करेगी ! यही इस सरकार की योजना है ! सरकार उनके अभिलेख कहां से लाएगी ? यह सरकार कुछ ऐसा करने का प्रयास कर रही है जिससे मुसलमानों को हानि होगी।’ विश्व में ऐसे लोग हैं जो मुसलमानों के कट्टर विरोधी हैं।
मदनी ने की राहुल गांधी की सराहना !
राहुल गांधी की सराहना करते हुए मदनी ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा था, ‘हम हर बुद्धिजीवी को अपना धर्म मानने की आजादी देंगे । इसे ‘धर्मनिरपेक्षता’ कहते हैं । हम राहुल गांधी ने जो कहा, उस पर विश्वास करते है । (राहुल गांधी की कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता का अर्थ है ‘ हिन्दुओं पर अत्याचार तथा अल्पसंख्यकों के नाम पर मुसलमानों पर सुविधाएं लुटाना’। अतः मदनी, राहुल गांधी की सराहना ही करेंगे ! – संपादक)
संपादकीय भूमिकाकेंद्र सरकार को ऐसी धमकीयों की अनदेखी करके वक्फ कानून में संशोधन करने के बजाय उसे निरस्त करना ही आवश्यक है ! |