Dress Code Jagannath Temple : अब ओडिशा के विश्वविख्यात जगन्नाथ पुरी मंदिर में भी वस्त्रसंहिता लागू !
इस स्वागतयोग्य निर्णय के लिए जगन्नाथ पुरी मंदिर व्यवस्थापन का अभिनंदन ! ऐसे नियम अब संपूर्ण भारत के अन्य मंदिरों को भी बनाने चाहिएं !
इस स्वागतयोग्य निर्णय के लिए जगन्नाथ पुरी मंदिर व्यवस्थापन का अभिनंदन ! ऐसे नियम अब संपूर्ण भारत के अन्य मंदिरों को भी बनाने चाहिएं !
केंद्रीय अर्थमंत्री निर्मला सीतारामण ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि अन्न पदार्थ एवं उत्पादों को प्रमाणपत्र देने का अधिकार केवल सरकार को ही है; निजी संस्थाओं को नहीं !
अवैध रूप से ‘हलाल प्रमाणपत्र’ देने के काले धंधे पर उत्तर प्रदेश राज्य में जिस प्रकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिबंध लगाया है; वैसा ही प्रतिबंध छत्तीसगढ़ में राज्य में भी लगाया जाए, ऐसी मांग प. पू. बालकदासजी महाराज, पंडित नीलकंठ त्रिपाठी महाराज, श्री. सुनील घनवट, श्रीमती ज्योति शर्मा ने यहां पत्रकार वार्ता में की ।
हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ संगठक श्री. सुनील घनवट ने प्रतिपादन किया है कि वीर सावरकर को क्रांतिकारी, साहित्यकार, कवि, हिन्दू हृदयसम्राट, इस प्रकार अनेक रूपों में पहचाना जाता है; परंतु आजकल के नेता उनका अपमान करने में लिप्त हैं ।
मुख्यमंत्री के द्वारा हलाल उत्पादों की जांच के आदेश !
महाराष्ट्र सरकार ने वर्ष २०२० में राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों में वस्त्र संहिता (ड्रेस कोड) लागू कर दी है । इतना ही नहीं, देश के कई मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों, मस्जिदों तथा अन्य पूजा स्थलों, निजी प्रतिष्ठानों, विद्यालय-महाविद्यालय, न्यायालयों, पुलिस आदि में भी वस्त्र संहिता (ड्रेस कोड) लागू है ।
इस बैठक में मंदिरों की प्रथा-परंपराओं पर होनेवाले आघात रोकने के लिए संगठितरूप से लडना और सरकारीकरण किए गए देवस्थानों में भारी मात्रा में हो रही भक्तों की लूट-खसोट रोकने के लिए शीघ्र कदम उठाना, इनके लिए भी संगठित होकर कृति करने का निर्धार किया गया ।
श्री. सुनील घनवट ने मुख्यमंत्री को पंढरपुर (जिला सोलापुर) में संपन्न वारकरी महाअधिवेशन का संदर्भ देकर राज्य के सभी तीर्थस्थलों को मदिरा-मांसमुक्त करने के साथ ही मंदिर न्यासियों तथा गढ-किलों के संदर्भ में किलाप्रेमी संगठनों की बैठक का आयोजन करने हेतु मांग की ।
संस्कृति की रक्षा होने के लिए मंदिरों को संजोया जाना चाहिए । इसके लिए गोवा में गोमंतक मंदिर महासंघ काम कर रहा है, जबकि महाराष्ट्र में महाराष्ट्र मंदिर महासंघ कार्य कर रहा है ।
बलिराजा (कृषक समुदाय) के सुदिन आएं, उनके कष्ट दूर हों। वर्षा हो एवं राज्य जलाम , सुफलाम हो। किसान, श्रमजीवी , श्रमिक, किसान आदि राज्य के सभी लोग सुखी और संतुष्ट हों । मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आषाढी एकादशी की शासकीय मुख्य महापूजा के समय श्री विट्ठल के चरणों में प्रार्थना की।