चीन चाहता है कि पडोसी देश समृद्ध हों !

चीन ने श्रीलंका को सहस्रों करोड रुपयों का ऋण देकर उसके साथ विश्वासघात किया । जिसके फलस्वरूप आर्थिक दृष्टि से उसकी कमर ही टूट गई । ध्यान दें कि जब नेपाल एवं पाकिस्तान उसी आर्थिक सर्वनाश के मार्ग पर हैं, तब इस प्रकार के तर्कहीन तथा अपरिपक्व वक्तव्य गांधी एवं उनकी कांग्रेस दोनों को इतिहास में विलुप्त करने लिए पर्याप्त हैं !

तमिलनाडु के देवसहायम् पिल्लई को वेटिकन ने घोषित किया ‘संत’ ।

पिल्लई संत घोषित होनेवाले पहले भारतीय हैं। इस समय भारतीय समुदाय ने तिरंगा झंडा लहराकर आनंदाेत्सव मनाया।

भारतीय सेना अब केवल भारत में निर्मित शस्त्रास्त्र का उपयोग करेगी !

अब भारतीय सेना के लिए रक्षा उपकरण बनाने वाले प्रतिष्ठानों को भारत में ही उनका निर्माण करना होगा ।

भारत के शत्रु और उनसे लडने की तैयारी !

‘भारत और पाक के बीच यदि अब कोई भी युद्ध हुआ, तो उसका रूपांतरण परमाणु युद्ध में ही होगा’, यह बात भारतियों को सदैव ध्यान में रखकर उस दृष्टि से निरंतर तैयार रहना चाहिए ।

अमरिकी कांग्रेस सदस्य द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर यात्रा का भारत ने किया निषेध

भारत अंतत: कितने दिन तक ऐसा निषेध करता रहेगा? अब शाब्दिक विरोध करने तक सीमित न रहकर पाक अधिकृत कश्मीर को अपने नियंत्रण में लेने हेतु भारत ठोस कदम उठाए, ऐसा राष्ट्र प्रेमियों को लगता है !

‘भारत मुसलमानों के नरसंहार में सहभागी !’

पाक में, प्रथम ९ प्रतिशत होनेवाले हिन्दू अब १ प्रतिशत ही बचे हैं, तो भारत में उस समय ३ प्रतिशत होनेवाले मुसलमान अब १५ प्रतिशत हुए हैं ; ये डॉ. अल्वी क्यों नहीं बताते ?

१०० वर्ष पूर्व, गुजरात में अंग्रेजों द्वारा किए गए नरसंहार के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को क्षमा मांगनी चाहिए !

केवल इसके लिए ही नहीं, अपितु अंग्रेजों द्वारा भारतीयों पर किए गए भीषण अत्याचार, क्रांतिकारियों की निर्मम हत्या और उनके शासनकाल में हिन्दू संस्कृति को नष्ट करने के लिए किए गए प्रयासों के लिए, अंग्रेजों को भारतीयों से क्षमायाचना करनी चाहिए ।

(कहते हैं) ‘भारत में हिन्दुओं द्वारा मुसलमानों पर आक्रमण !’

पाकिस्तान के विदेश मंत्री द्वारा भारत के हिंसाचारों की घटनाओं पर आरोप !

‘यदि भारत को छेडा, तो छोडेंगे नहीं’, यह संदेश चीन को पहुंचा है !

पाक जिहादी आतंकवादियों द्वारा कश्मीर में हिन्दुओं को एवं रक्षादलों को लक्ष्य बना रहा है, उसका स्थायी बंदोबस्त करने की भी आवश्यकता है !