गरमी में निम्नांकित सावधानी रखें तथा विविध विकारों से दूर रहें !
‘वर्तमान में ग्रीष्म ऋतु आरंभ हो गया है । इस समय देह का तापमान बढना, पसीना आना, शक्ति क्षीण होना आदि कष्ट होते हैं । तापमान बढने पर व्यक्ति के बेसुध (बेहोश) होने से (उष्माघात होने पर, होश-हवास खोकर) मृत्यु के भी कुछ उदाहरण हैं ।