इस्राइल में हुए आतंकवादी आक्रमण में ५ लोग मारे गए 

२९ मार्च की शाम को आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में ५ लोग मारे गए । मारे गए लोगों में एक पुलिसकर्मी भी शामिल है । पुलिस ने इस आतंकवादी को गोली मार कर जान से मार दिया ।

पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर ३१ मार्च को चर्चा होगी

विरोधी फ्रंट द्वारा शाहबाज शरीफ प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के रूप में घोषित

भारत की ओर से श्रीलंका को हमेशा ही सहायता मिलती रहेगी ! – भारत का श्रीलंका को आश्वासन

भारत श्रीलंका को सहायता करे; लेकिन इसके साथ श्रीलंका भी चीन के ताल पर नाचकर भारत के राष्ट्रहित को धोखा नहीं देंगे’, ऐसा आश्वासन श्रीलंका को देना आवश्यक !

अमेरिकी मानवाधिकार आयोग द्वारा कश्मीर में हिन्दुओं पर किए गए अत्याचारों को ‘नरसंहार’ के रूप में मान्यता प्रदान !

भारत सरकार द्वारा जो अपेक्षित था, वह संयुक्त राज्य अमेरिका के मानवाधिकार आयोग द्वारा किया गया ! यह आज तक शासन करनेवाले सर्वदलीय शासकों के लिए नितांत लज्जास्पद है, जिन्होंने अपनी आखों नर धर्मनिरपेक्षता का पर्दा लगा रखा है और हिन्दुओं के प्रति हुए जघन्न नरसंहार को शून्य मूल्य दिया !

भारत द्वारा अमेरिका की रशियाविरोधी भूमिका की उपेक्षा !

‘भारत के दृष्टिकोण से ‘युक्रेनी संकट’ एवं एक ओर रूस तो दूसरी ओर पश्चिमी जगत से उसके संबंध !’ इस शीर्षक के अंतर्गत ‘विशेष’ स्तंभ में यह लेख ‘रशिया टूडे’ने प्रकाशित किया है ।

चाहे कुछ भी हो जाए, त्यागपत्र नहीं दूंगा ! – पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान

मैं त्यागपत्र नहीं दूंगा । मेरे पास ट्रम्पकार्ड (ताश के पत्ते का हुकुम का इक्का) शेष है, उसे देखकर पूरा विश्व दंग रह जाएगा, पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ऐसा वक्तव्य दिया है ।

श्रीलंका की ओर से भारत के १६ मछुआरों को हिरासत में लिया गया !

भारत की समुद्री सीमा कहां तक है, यह मछुआरों को ध्यान में आने के लिए भारत सरकार को पाक और श्रीलंका की समुद्री सीमा के पास व्यवस्था करना आवश्यक है ।

“हम अन्न-वस्त्र संपन्न देश हैं, परन्तु हम पर हुए आक्रमण का शक्ति से उत्तर देंगे !”- पाक के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी

पाक ने सम्पूर्ण शक्ति का प्रयोग किया, तो भी वह भारत के सम्मुख टिकेगा नहीं, इसका उसने सदैव स्मरण रखना चाहिए !

रशिया में शक्कर की खरीद को लेकर हो रहे हैं झगडे !

रशिया और युक्रेन के युद्ध के कारण रशिया पर लगाए प्रतिबंधों का परिणाम !

अमरिका के वायुदल में कार्यरत भारतीय वंश के हिन्दू युवक को माथे पर तिलक लगाने की अनुमति

यदि अमरिका ऐसी सुविधा देता है, तो भारत में भी वह मिले; इसके लिए हिन्दुओं को वैसी मांग करनी चाहिए !