धनबाद की साधिका श्रीमती सोम गुप्ता ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त
(आयु ६४ वर्ष ) इस आयु में भी वे स्वयं दोपहिया वाहन पर हिन्दी पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’ का ७७ अंकों का वितरण ४ दिनों में पूर्ण करती हैं । ‘सनातन प्रभात’ आने पर ‘यह गुरुदेवजी का प्रसाद है और वह तुरंत सभी को देना चाहिए’, ऐसा उनका भाव रहता है ।