धर्मबंधु कश्मीरी हिन्दुओं के विस्थातपन का भीषण सत्य जानिए !
१९ जनवरी सन १९९० को धर्मांध आतंकवादियोंने समाचारपत्रों में विज्ञापन तथा पत्रकों द्वारा सार्वजनिक धमकी दी ‘हिन्दूू, कश्मीर से निकल जाओ’ ।
१९ जनवरी सन १९९० को धर्मांध आतंकवादियोंने समाचारपत्रों में विज्ञापन तथा पत्रकों द्वारा सार्वजनिक धमकी दी ‘हिन्दूू, कश्मीर से निकल जाओ’ ।
महान हिन्दू राजा हर्ष के काल में कश्मीर में संस्कृति, सहिष्णुता व विद्वता का स्वर्णिम युग था । १४ वीं शताब्दी के आरंभ में एक क्रूर मंगोल आक्रमणकारी दुलूच ने इस राज्य पर आक्रमण किया ।
मुसलमानों के आक्रमणों से पहले १ सहस्र वर्ष से भी अधिक कालखंड तक कश्मीर शिक्षा का बडा केंद्र था । अभिनवगुप्त एवं वसुगुप्त जैसे तत्त्वज्ञ तथा पाणिनी एवं पतंजली जैसे विद्वान ऋषि कश्मीर में थे ।
प्रकृति के विरुद्ध जाकर ठंडे किए हुए पदार्थ हानिकारक होते हैं, साथ ही उनके बासी होने से उनमें समाहित पोषक तत्त्व भी निकल चुके होते हैं ।
लाचित बोडफुकन के पराक्रम और सराईघाट की लडाई में असमिया सेना की विजय का स्मरण करने के लिए संपूर्ण असम राज्य में प्रति वर्ष २४ नवंबर को लाचित दिवस मनाया जाता है !
इस कार्यक्रम के लिए मैंने १०० से अधिक दर्शकों का पंजीकरण होने की अपेक्षा नहीं रखी थी । ‘यू ट्यूब’ पर स्थित यह चलचित्र ११ सहस्र से अधिक बार देखा गया और भेंट करनेवाले भी अनेक लोग थे ।
रोगी यदि विविध चिकित्सा-पद्धतियों के अनुसार, उदा. एलोपैथी और आयुर्वेद के अनुसार उपचार ले रहा हो, तो उस संबंधित चिकित्सा-पद्धति के अनुसार अलग धारिका होना अच्छा रहेगा । उसके कारण संबंधित उपचारों की प्रविष्टियां स्वतंत्र रहेंगी ।
‘मैं सभी किसान या किसान संगठनों की बात नहीं कर रहा हूँ ; किन्तु गढचिरौली जिले में नक्सली आंदोलन का समर्थन करने वाले एक व्यक्ति से पूछताछ की गई थी ।
भारतीय सेना द्वारा शस्त्रसंधि अनुबंध का कथित रूप से उल्लंघन करने पर पाक ने वहां के भारतीय राजनीतिक अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है ।
मेरे मंत्रालय में बडी मात्रा में भ्रष्टाचार होता है । मेरे मंत्रालय के अंतर्गत आनेवाले विभागों में भी भ्रष्टाचार होता है ।