वेदों के महत्व को विश्व में फैलाते हैं ब्राजील के जोनास मसेटी उर्फ ‘विश्वनाथ’ !

भारत के प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी पर अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में ब्राजील के जोनास मसेटी के बारे में विशेष जानकारी दी थी ।

फिल्म जगत की कथा !

भारत की पहली बिना संवादवाली फिल्‍म ‘राजा हरिश्‍चंद्र’ ३ मई १९१३ को मुंबई में प्रदर्शित हुई और वहां से भारतीय फिल्‍म जगत का बीज बोया गया ।

मंदिर के पुजारी अर्ध-नग्न, फिर भक्तों के कपडों पर प्रतिबंध क्यों ?’

मंदिरों में पुजारी अर्धनग्‍न होते हैं, फिर भक्‍तों के कपडों पर प्रतिबंध क्‍यों लगाया जाता है ?’ ऐसा प्रश्‍न, शिरडी के श्री साई संस्‍थान से तथाकथित सामाजिक कार्यकर्ता, तृप्‍ति देसाई ने पूछा है ।

हासन (कर्नाटक) में धर्मांध कसाई द्वारा पुलिस की उपस्थिति में महिला पत्रकार पर हमला !

अवैध गोहत्या का विरोध करने वाली एक महिला पत्रकार पर यहां के पेंशन मोहल्ले में धर्मांध कसाईयों ने हमला किया ।

पाकिस्तानी पत्रकार, कुंअर शाहिद ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को आईना दिखाया !

फ्रांस में सरकार कट्टरपंथी मुसलमानों पर लगाम लगाने के लिए कानून बना रही है ।

ब्रिटेन में वर्ष २००५ में इमाम के द्वारा मस्जिद में १३ वर्षीय लडकी के साथ बलात्कार करने की घटना उजागर

ब्रिटेन के साऊथ वेल्स में वर्ष २००५ में खन्दाकपेर रहमान नामक एक ५० वर्षीय इमाम ने एक १३ वर्ष की लडकी के साथ शौचालय में बलात्कार किया था ।

चर्च के पादरी ने सगाई करके, वधु के साथ यौन शोषण कर, विवाह करने से मना किया !

पादरी बिनिल ने अपनी मंगेतर का यौन शोषण किया और बाद में उससे विवाह करने से मना कर दिया ।

विकिपीडिया ने भारत के मानचित्र में स्थित ‘अक्साई चीन’ को चीन का क्षेत्र दिखाया !

‘विकिपीडिया’ जालस्थल पर भारत के मानचित्र में अक्साई चीन को चीन के मानचित्र में दिखाने से भारत सरकार ने इस पर आपत्ति दर्शाकर इस मानचित्र को हटाने के आदेश दिए हैं ।

विश्‍वस्‍तरीय ‘सुर-ताल – हुनर का कमाल’ ‘ऑनलाइन’ संगीत-नृत्‍य प्रतियोगिता

‘उर्वशी डान्‍स म्‍यूजिक आर्ट एंड कल्‍चरल सोसाइटी’ की ओर से ‘सुर-ताल – हुनर का कमाल’ नामक विश्‍व स्‍तरीय ‘ऑनलाइन’ संगीत-नृत्‍य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है ।

आपातकाल की तैयारी स्‍वरूप वर्षा ऋतु में प्राकृतिक रूप से उगी हुई औषधीय वनस्‍पतियां संग्रहित करें ! (भाग १)

भावी भीषण विश्‍वयुद्ध के काल में डॉक्‍टर, वैद्य, बाजार में औषधियां आदि उपलब्‍ध नहीं होंगी । ऐसे समय हमें आयुर्वेद का ही आधार रहेगा ।