स्वयं के मंत्रालय में होनेवाला भ्रष्टाचार स्वयं मंत्री को ही कठोर कार्यवाही करने का आदेश देकर रोकना चाहिए एवं तत्पश्चात उसकी जानकारी जनता को देनी चाहिए ! अब इस प्रकार का विधान करने से भ्रष्टाचारी सतर्क हो जाएंगे !
पाटलीपुत्र (बिहार) – मेरे मंत्रालय में बडी मात्रा में भ्रष्टाचार होता है । मेरे मंत्रालय के अंतर्गत आनेवाले विभागों में भी भ्रष्टाचार होता है । यहां अनुचित लेन-देन होते हैं, ऐसा विधान बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री एवं भाजपा के विधायक राम सूरत राय ने किया है । मुजफ्फरपुर के एक सत्कार समारोह के समय वे बोल रहे थे ।
१. सत्ताधारी पक्ष के मंत्री ने ही ऐसा विधान करने के कारण कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल ने अन्वेषण की मांग की है । विरोधी दलों ने मांग की है कि वर्तमान मंत्री बने नेता ने ही उसके मंत्रालय में भ्रष्टाचार होने की बात कही है, तो इससे पूर्व के मंत्रियों की भी पूछताछ होनी चाहिए ।
२. राय के विधान पर सत्ताधारी पक्ष जनता दल (संयुक्त) के विधायक खालिद अनवर ने कहा कि राम सूरत राय अब मंत्री बने हैं । उन्हें अनुमान नहीं होगा; परंतु नीतिश कुमार की सरकार में भ्रष्टाचार को आश्रय नहीं दिया जाता । बिहार ऐसा पहला राज्य है, जहां भ्रष्टाचार के प्रकरण में बडे अधिकारी पर भी सरकार ने कार्यवाही की है । भ्रष्टाचार के प्रकरणों में नीतिश कुमार सीधे कार्यवाही करते हैं ।