खालिस्तानी और नक्सली समर्थकों ने दिल्ली में किसानों के आंदोलन में घुसपैठ की है, यह विभिन्न समाचार चैनलों के वृत्तों में दिखाया जा रहा है । केंद्र सरकार को अब इस बारे में छान बीन करनी चाहिए और किसान संगठनों को भी इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए !
नई दिल्ली – ‘मैं सभी किसान या किसान संगठनों की बात नहीं कर रहा हूँ ; किन्तु गढचिरौली जिले में नक्सली आंदोलन का समर्थन करने वाले एक व्यक्ति से पूछताछ की गई थी । किसान आंदोलन में उसकी तस्वीर कैसे सामने आई ? उसका, कृषि और किसानों से क्या लेना-देना है ?’ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सवाल उठाया है कि, भारत विरोधी भाषण देनेवाले किसी व्यक्ति की तस्वीर, जिसका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसानों से कोई लेना-देना नहीं है, कैसे प्रकाश में आती है । कुछ तत्व, किसानों के आंदोलन का अनुचित लाभ उठाने और उन्हें बदनाम करने की नीति अपना रहे हैं । “मैं कहना चाहता हूं कि किसानों को इससे दूर रहना चाहिए,” उन्होंने ऐसा आरोप लगाया है ।