भारत के अंतर्गत सूत्रों में निरंतर हस्तक्षेप करने के कारण भारत ने कैनडा के राजनैतिक अधिकारियों को वापस भेजा !

भारत को अस्थिर करने का प्रयत्न करनेवाले कैनडा के विरोध में ऐसे कदम उठाना आवश्यक ही था । अब भारत सरकार को ऐसे ही कठोर भूमिका अपनाते हुए कैनडा के साथ व्यापारी स्तर के संबंध तोडकर उसे उसकी जगह दिखा देनी चाहिए !

केवल ‘अल्लाहू अकबर’ बोलने से प्रगती नहीं होगी, अपितु शिक्षा लेनी आवश्यक ! – देहली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग

मदरसों में सीखनेवाले जिहादी आतंकवादी क्यों बनते हैं ? मदरसों में छात्रों पर उनके शिक्षक यौन अत्याचार क्यों करते हैं ? इस विषय में भी नजीब जंग को बोलना चाहिए !

कारागृह में बंदी सरेआम धूम्रपान करते हैं ! – राज कुंद्रा

भारत के कारागृहों की दुःस्‍थिति के विषय में बहुत जानकारी सामने आई है; परंतु उसमें सुधार करने के संदर्भ में सरकारी तंत्र द्वारा कृत्‍य नहीं हो रहा, यह शोकजन्‍य है !

‘दारुल उलूम देवबंद’ के मदरसों में यौन शोषण को उचित बतानेवाले ‘बहिश्ती जेवर’ पुस्तक की शिक्षा देने पर प्रतिबंध !

मदरसों से और क्या सिखाया जाता है, इसे अलग से बताने की आवश्यकता नहीं है ! सरकार को अब देश के मदरसों पर ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए, यही इससे स्पष्ट होता है । भारत में यदि इजराइल जैसी व्यवस्था होती, तो यह कब का हो चुका होता !

कोलार (कर्नाटक) के मंदिर में मूर्ति की तोडफोड !

कर्नाटक में कांग्रेस के राज्य की पुलिस ऐसा करनेवाले किसी को पकडेगी तथा उसके उपरांत ‘वह मनोरोगी था; इसलिए उसने ऐसा किया’, ऐसा बताएगी !

रावणप्रेमी ‘आदिवासी विकास परिषद’ ने दशहरे के दिन रावण की प्रतिमा का दहन करनेवालों के विरुद्ध अपराध पंजीकृत करने की मांग की !

आज असुर का महिमामंडन करनेवाले कल आतंकियों, धर्मांधों एवं भ्रष्टाचारियों का भी महिमामंडन करने में कोई कसर नहीं छोडेंगे ! इसलिए ऐसे लोगों का वैचारिक प्रतिवाद करने के साथ ही सरकार को उन पर कठोर कार्यवाही करना आवश्यक !

मणिपुर में हिंसाचार प्रभावित ´ हिन्दू मैतेई ´ समुदाय के लोगों को सर्दियों के लिए विभिन्न वस्तुओं की नितांत आवश्यकता है !

‘मैतेई हेरिटेज वेलफेयर फाउंडेशन’ ने हिंदुओं से आर्थिक सहायता करने का आवाहन किया है !

अमेरिका से ब्योरे के माध्यम से गांजा मंगवाने वाले २ लोगों को बंदी बनाया !

ब्योरा माध्यम से इस प्रकार के नशीले पदार्थों की तस्करी होती होगी, तो इस विषय में भारतीय तंत्र को अधिक सतर्क होना या रोकना आवश्यक !