भारत के अंतर्गत सूत्रों में निरंतर हस्तक्षेप करने के कारण भारत ने कैनडा के राजनैतिक अधिकारियों को वापस भेजा !
भारत को अस्थिर करने का प्रयत्न करनेवाले कैनडा के विरोध में ऐसे कदम उठाना आवश्यक ही था । अब भारत सरकार को ऐसे ही कठोर भूमिका अपनाते हुए कैनडा के साथ व्यापारी स्तर के संबंध तोडकर उसे उसकी जगह दिखा देनी चाहिए !