‘बीबीसी’ द्वारा फ्रान्स की हिंसा को अप्रत्यक्ष समर्थन देने का समाचार प्रकाशित !
‘पत्रकारिता एकपक्षीय नहीं होनी चाहिए’, यह सत्य है; परंतु उसका संतुलन बनाए रखते समय हिंसा का समर्थन करना, यह निषेधार्ह ही है । अर्थात भारत के धर्मांधों को सदैव समर्थन देनेवाली बीबीसी से फ्रान्स के संदर्भ में और क्या अपेक्षा की जा सकती है ?