कुछ राज्यों में कामगार संगठनों का दो दिनों का संप तथा ‘भारत बंद’ का संमिक्ष कुछ राज्यों में मिश्रित परिणाम !

संप तथा बंद द्वारा जनता को लाचार मजबूर बनानेवाले कामगार संगठन उन की मांगें पूरी करवा ने हेतु संप कर रहे हैं, किंतु पूरे देश पर इस का परिणाम होने से देश की बहुत बडी हानि होती है, इस विषय में कोई भी नहीं सोचता, यही वास्तविकता है ! इस विषय में कोई एक भी कामगार संगठन कभी बात नहीं करता, यह ध्यान में रखें !

झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा व्हाट्सएपस् संस्थान के मालिक, संचालक, आस्थापन के विरोध मे अपराध दर्ज करने का आदेश

पिछले वर्ष दुर्घटना में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की अपघाती मृत्यु की घटना के संदर्भ में झारखंड उच्च न्यायालय ने सीबीआई को व्हाट्सएपस् संस्थान के मालिक, संचालक, आस्थापन के विरोध मे अपराध दर्ज करने का आदेश दिया ।

भाग्यनगर (तेलंगाना) स्थित मंदिर के अध्यक्ष पर कतत्तल के लिए गायों की बिक्री करने के आरोप में याचिका प्रविष्ट !

यदि मंदिर के अध्यक्ष ही इस प्रकार करें, तो हिन्दू किस पर विश्वास रखेंगे ? ऐसे लोगों को फांसी का दंड ही मिलना चाहिए, गोप्रेमी हिन्दुओं कोने ऐसी मांग करनी चाहिए !

इस वर्ष से पुनः एक बार आरंभ होगी अमरनाथ यात्रा !

गत दो वर्षाें से कोरोना महामारी के कारण स्थगित की गई अमरनाथ यात्रा इस वर्ष से पुनः आरंभ हो रही है । इस यात्रा में सिम्मिलित भक्तों को कोरोना संदर्भ के सभी नियमों का पालन करना होगा ।

गाजीपुर (उत्तरप्रदेश) स्थित श्रीराम के मंदिर से ३ मूर्तियों की चोरी !

बहुसंख्यक हिन्दुओं के देश में उनके मंदिरों का असुरक्षित होना सारे हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद !

कर्नाटक की दो पाठशालाओं में श्री सरस्वतीदेवी की मूर्तियों की तोडफोड !

इस तोडफोड के पीछे किसका हाथ है, सरकार को इसकी जांच कर संबंधित व्यक्तियों को कठोर दंड मिले, इसके लिए प्रयास करना चाहिए !

अल्पवयीन लडकी पर सामूहिक बलात्कार के प्रकरण में दौसा (राजस्थान) में कांग्रेस विधायक के बेटे को गिरफ्तार !

राज्य की सत्ताधारी पार्टी के विधायक का बेटा होने के कारण आरोपी को दंड होने की संभावना अल्प ही है, जनता को ऐसा लगता होगा, इसमें संदेह नहीं है !

(कहते हैं) ‘पगडी एवं टीका लगाने की अनुमति है, तो फिर हिजाब से क्या समस्या है ?’ – पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त वाई.एस. कुरैशी

पगडी पहनना सिख धर्म का अभिन्न अंग है, जबकि टीका लगाना हिन्दू धर्म का अविभाज्य भाग है, किन्तु हिजाब पहनना इस्लाम धर्म का अनिवार्य हिस्सा नहीं है, इसलिए इसकी अनुमति नहीं है । ऐसा निर्णय कर्नाटक उच्च न्यायालय ने पहले ही दिया है ; कुरैशी यह क्यों नहीं मानते !