ट्विटर द्वारा भारत के उपराष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू के खाते से हटाया गया ‘ब्लू टिक’ पुन: स्थापित !

  • सरसंघचालक सहित संघ के अन्य नेताओं के खातों से ब्लू टिक गायब !

  • भारत सरकार ट्विटर पर कार्रवाई करने की मनोदशा में !

जिस प्रकार विरोध के फलस्वरूप  ट्विटर द्वारा ‘ब्लू टिक’ पुनः स्थापित किया जाता है, वैसे ही हिन्दू संगठनों के फेसबुक पृष्ठ बंद करनेवाले फेसबुक के विरोधमें हिन्दुओं को आवाज उठाकर उन पर दबाव बनाना चाहिए आैर वे पृष्ठ पुनः प्रारंभ करने के लिए फेसबुक को बाध्य करना चाहिए । सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और फेसबुक पर कार्रवाई करनी चाहिए !

नई देहली – विदेशी सोशल मीडिया माध्यम ट्विटर पर भारतीय उपराष्ट्रपति व्यंकय्या  नायडू के व्यक्तिगत ट्विटर खाते  से  ‘ब्लू टिक’ हटा दिया गया था। उसका  विरोध होने पर वह पुनः दिखार्इ देने लगा है  । इस संबंध में स्पष्टीकरण देते हुए  ट्विटर इंडिया ने कहा कि, लंबे समय से यह खाता लॉगइन नहीं किया गया था,  जिसके फलस्वरूप  ‘ब्लू टिक’ गायब हो गया था । व्यंकय्या नायडू का ट्विटर खाता जुलाई २०२०  से कार्यरत नहीं था । बिना किसी सूचना  के उपराष्ट्रपति के खाते से ब्लूटिक कैसे हटा दिया गया ? बताया जा रहा है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय  द्वारा ट्विटर को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा जानेवाला है ।  यह भी बताया जा रहा है कि भारत सरकार का कहना है, “यह भारत के एक संवैधानिक पद का अपमान है, ।

सरसंघचालक सहित कुछ संघ नेताऒं के खाते से भी  ब्लूटिक हटाया !

ट्विटर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई वरिष्ठ नेताओं के व्यक्तिगत खातों से भी ‘ब्लूटिक’  हटा दिया है। इसमें सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, अरुण कुमार, भैयाजी जोशी और सुरेश सोनी आदि नेताऒं का समावेश है।

ब्लूटिक’ क्या है?

‘ब्लूटिक’ किसी भी ट्विटर खाते की सत्यता दर्शाता है,  अर्थात  टिक यह बताता है कि यह किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति का आधिकारिक खाता है।