संत भक्तराज महाराज जैसे पूर्णता को प्राप्त उच्च कोटि के संतों के सत्संग से लाभान्वित पू. शिवाजी वटकरजी द्वारा वर्णन की गई गुरुतत्त्व की महिमा !
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी हमें अभ्यासवर्ग में अध्यात्म का सैद्धांतिक ज्ञान देते थे और उसका प्रत्यक्ष क्रियान्वयन करने के लिए बताकर साधना करवाते थे । उसके प्रायोगिक भाग के रूप में वे हमें संतों का सत्संग कराते थे, साथ ही हमसे राष्ट्र एवं धर्म के संदर्भ में सेवा भी करवाते थे ।