साधको, धर्मप्रसार के कार्य में समर्पित भाव से सहभागी होकर संधिकालीन साधना का लाभ लें !
गुरुकृपा से अब मकर संक्रांति के शुभमुहूर्त पर साधकों को कोरोना के सर्व नियमों का पालन कर पुन: प्रत्यक्ष धर्मप्रसार करने का सुवर्ण अवसर मिला है। वर्तमान काल आपातकाल समान है, तब भी भावी आपातकाल की तुलना में वह आपातकाल का संपतकाल समान है ।