स्वभावदोष निर्मूलन सत्संग की सेवा करते हुए सीखने को मिले सूत्र और स्वयं में अनुभव हुए परिवर्तन !
‘श्रीगुरु की कृपा से संचारबंदी (लॉकडाउन) की कालावधि में चैत्र शुक्ल पक्ष चतुर्दशी (७.४.२०२०) को झारखंड, बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के साधकों के लिए स्वभावदोष निमूर्लन सत्संग आरंभ हुआ । पिछले एक वर्ष से यह साप्ताहिक सत्संग चल रहा है । २६.४.२०२१ को इस सत्संग को एक वर्ष पूर्ण हो रहा है ।