राहुल गांधी द्वारा पहले एक बैठक में वक्तव्य किए जाने का कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का दावा !
संभल (उत्तर प्रदेश) – जब उच्चतम न्यायालय ने श्रीराममंदिर का निर्णय दिया तब राहुल गांधी ने उनके नजदीकी नेताओं के साथ बैठक की थी । उन्होंने कहा था कि, ‘कांग्रेस पुन: चुनकर आने के उपरांत हम श्रीराममंदिर का निर्णय पलट देंगे । इसके लिए हम एक शक्तिशाली समिति (सुपरपावर कमेटी) की स्थापना करेंगे । जिस प्रकार शाहबानो प्रकरण में उच्चतम न्यायालय के निर्णय को गलत ठहराते हुए राजीव गांधी ने कानून बनाया था, इसी प्रकार हम श्रीराममंदिर का निर्णय रद्द करेंगे’, ऐसा दावा कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने किया है । श्री कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ३२ वर्ष कांग्रेस के नेता थे ।
आचार्य कृष्णम ने आगे कहा कि,
१. राहुल गांधी और उनका समूह इस देश को तोडने के लिए प्रयास कर रहा है ।
२. पहले की कांग्रेस और वर्तमान कांग्रेस में बहुत भेद हैं । मैं ३२ वर्ष कांग्रेस के साथ रहा हूं ।
३. कांग्रेस बडी पार्टी है । जब इसकी स्थापना हुई, तब उसमें देशभक्त नेता थे । उस समय उन्होंने देश को जोडने का काम किया था ।
४. राहुल गांधी और उसके नजदीकियों को देश को जाति, धर्म, भाषा और प्रांत के नाम पर तोडना है । इस कारण वे गलत वक्तव्य कर रहे हैं ।
४ जून के उपरांत कांग्रेस के २ टुकडे होंगे !
४ जून को लोकसभा चुनाव का परिणाम आना है । इस पर आचार्य कृष्णम ने कहा कि ४ जून के उपरांत कांग्रेस के २ टुकडे होंगे । एक भाग राहुल गांधी का तथा दूसरा भाग प्रियंका वढेरा का होगा । कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं के मन में एक ज्वालामुखी धधक रहा है जिसमें ४ जून के उपरांत विस्फोट होगा । प्रियंका वढेरा के साथ एक षड्यंत्र रचा गया है । उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बनने से और राज्यसभा में जाने से रोका जा रहा है । उन्हें कोई भी महत्वपूर्ण दायित्व नहीं दिया गया । राहुल गांधी के समूह की इच्छा है कि प्रियंका को राजनीति से बाहर जाना चाहिए । इस कारण प्रियंका के समर्थक दुखी हैं ।
संपादकीय भूमिकाहिन्दुओं से हमेशा ही सौतेला व्यवहार करने वाले कांग्रेस के राहुल गांधी के इस दावे में तथ्य होने पर आश्चर्य न लगे ! |