पाकिस्तान की संसद में हिन्दू सांसद दानेश कुमार ने व्यक्त की असहायता !
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान में हिन्दुओं की बेटियों का अगुवा कर उनका धर्मांतरण किया जा रहा है । आप (सभापति) कुछ तो कीजिए, अन्यथा एक दिन यहां से हिन्दुओं का अंत हुआ दिखाई देगा, असहाय होकर ऐसा आवाहन पाकिस्तान के हिन्दू सांसद दानेश कुमार ने पाकिस्तान की संसद में किया ।
The daughters of Hindus are not a booty that someone should forcibly change their religion, Hindu girls are being forcibly converted to religion in Sindh. It has been two years since innocent Priya Kumari was abducted. The government does not take action against these influential… pic.twitter.com/mhl1zArNAO
— Senator Danesh Kumar Palyani (@palyani) April 30, 2024
दानेश कुमार ने प्रस्तुत किए सूत्र
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पवित्र कुरान कहता है, ‘धर्म में कोई भी दबाव नहीं है !’
सिंध में कट्टर डाकू हमारी हिन्दू बेटियों को इस्लाम स्वीकारने के लिए बाध्य कर रहे हैं । कच्चे डाकू केवल अगुवा करते हैं । ‘किसी का भी बलपूर्वक धर्मांतरण कर नहीं पाएंगे’, ऐसा पाकिस्तान के संविधान में कहा है । पवित्र कुरान कहता है, ‘धर्म में कोई दबाव नहीं है । आप का धर्म आप के लिए, हमारा धर्म हमारे लिए ।’ इसलिए इन क्रूर लोगों का ना पाकिस्तान के संविधान पर विश्वास है, ना कुरान पर । वे बलपूर्वक हमारी हिन्दू बेटियों का धर्मांतरण करते हैं ।
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६ वर्ष की हिन्दू लडकी को किया अगुवा
सुफी पंथ में महत्त्वपूर्ण लोग थे हिन्दू, तब भी उन्होंने किसी शक्ति का प्रयोग नहीं किया । मुहर्रम के महीने में ६ वर्ष की प्रिया कुमारी को संगर से अगुवा किया गया । उसके मां-बाप लोगों को पानी देते थे । इस घटना को अब २ वर्ष हो चुके हैं; परंतु प्रिया का अभी तक पता नहीं लगा है । अगुवा करनेवाले व्यक्ति का नाम सब जानते है । वह भी कट्टर डाकू है; परंतु सिंध सरकार हमारी सहायता नहीं करती । उसे बंदी बनाने से प्रिया मुक्त होगी । बताया जा रहा है कि इस मामले में संयुक्त जांच पथक स्थापित किया गया है । प्रिया कुमारी को अगुवा करनेवालों की जांच वातानुकूलित कमरे में की जाती है । यह अन्याय है । ऐसे मामलों के कारण हमारे शत्रु देश मेरी जन्मभूमि की ओर उंगली उठा रहे हैं ।
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मुसलमानेतर लोग किसी पर भी अत्याचार नहीं करते !
सिंध को बलुचिस्तान से सिखना चाहिए । बलुचिस्तान में अत्याचार नहीं होते । पाकिस्तान का संविधान अनुमति देता है कि यहां पर कोई भी हो, वह धर्म का पालन कर सकता है । यहां मुसलमानेतर लोग किसी पर भी अत्याचार नहीं करते ।
संपादकीय भूमिका
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