योग शिविर में प्रवेश के लिए शुल्क लिए जाने का दिया कारण !
नइ देहली – योगऋषि रामदेवबाबा की संस्था ‘पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट’ की ओर से आयोजित किए जाने वाले योग शिविरों के लिए प्रवेश शुल्क लिए जाने से योग, यह एक सेवा बनती है । इस कारण इससे आगे ट्रस्ट की ओर से आयोजित शिविरों के लिए उसे ‘सेवा शुल्क’ भरना बंधनकारक होगा, ऐसा निर्णय उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति अभय ओक और न्यायमूर्ति उज्जवल भुईया की खंडपीठ ने दिया । इस माध्यम से सेवा कर अपील न्यायाधिकरण का निर्णय उच्चतम न्यायालय ने यथावत रखा ।
Yogrishi Ramdev Baba must pay ‘Service Tax’ on Yog Shibirs! – #SupremeCourt
The SC cited that the reason behind this decision was because an entry fee was charged for his Yog Shibirs !#SupremeCourtOfIndia pic.twitter.com/VhGXPux1r5
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 21, 2024
प्रयागराज के सीमा शुल्क, उत्पादन शुल्क और सेवा कर अपील न्यायाधिकरण ने ५ अक्टूबर ,२०२३ के दिन पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट को कर भरने का आदेश दिया था । उसे चुनौती देनेवाली याचिका ट्रस्ट ने उच्चतम न्यायालय में प्रविष्टि की थी । न्यायालय ने इस याचिका को नकारते हुए न्यायाधिकरण का निर्णय यथावत रखा ।