पुलिस महानिरीक्षक द्वारा कठोर कार्यवाही
जयपुर (राजस्थान) – जयपुर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक ने गांवों में दिन के समय लगने वाली गोमांस मंडियों और बूचडखानों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की है। पुलिस महानिरीक्षक उमेशचंद्र दत्ता ने सर्वप्रथम क्षेत्र का निरीक्षण किया एवं तदोपरांत अवज्ञा के आरोप में अपने ही पुलिस विभाग पर बडी कार्रवाई की। निष्पक्ष जांच के लिए किशनगढबास थाने के पुलिस निरीक्षक दिनेश मीना सहित ३८ पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। इस प्रकरण में दोषी पाए जाने के उपरांत ४ पुलिसकर्मियों जिनमें, सहायक पुलिस उपनिरीक्षक ज्ञान चंद, हेड कांस्टेबल रघुवीर, कांस्टेबल स्वयं प्रकाश और रविकांत हैं, को निलंबित कर दिया गया है। संबंधित प्रकरण की जांच कोटपूतली बहरोड जिले के पुलिस अधीक्षक नेमीचंद को सौंपी गई है। (अवैध गौ हत्या रोकने हेतु कठोर कदम उठाने के लिए पुलिस महानिरीक्षक उमेशचन्द्र दत्त का अभिनंदन ! – संपादक)
१. अलवर जिले के खैरथल और मेवात क्षेत्र में सामाजिक माध्यम के आधार पर खुलेआम गोमांस मंडी लगाने और ‘होम डिलीवरी’ के प्रकरण उजागर होने के उपरांत पुलिस सावधान हो गई है।
२. पुलिस महानिरीक्षक उमेशचंद्र दत्ता ने किशनगढबास और रामगढ क्षेत्र में अवैध गौहत्या करने वाले स्थानों पर छापेमारी की।
३. पुलिस ने घटनास्थल से १२ दोपहिया वाहन और एक समान ढुलाई वाहन हस्तगत किया। इसके साथ ही घाटी से जानवरों को भी हस्तगत किया गया है।
४. पुलिस महानिरीक्षक उमेशचंद्र दत्ता ने कहा, ‘मैंने स्वयं ४ जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ शोध अभियान चलाया।’
५. बलरामपुर और रूंध के गांवों में गोमांस मंडी में बडा व्यवसाय होता था। प्रतिदिन २० से अधिक गायों का वध किया जाता था ।
संपादकीय भूमिकाराजस्थान में भा.ज.पा. सरकार आने के उपरांत, अब पुलिस अधिकारियों ने कार्यपालन प्रारंभ कर दिया है। कांग्रेस शासन के समय राजस्थान में अनेक हिन्दू विरोधी गतिविधियां चल रही होंगी, इसका विचार करना ही निरर्थक है ! |