पीछले ३ दिनों में ४ लोगों की की हत्या, अनेक लोग घायल !
इंफाल (मणिपुर) – हिन्दू मेइतेइ और ईसाई कुकी आतंकवादियों में हो रहा संघर्ष कुछ समय के लिए शांत हुआ था; परंतु पीछले ३ दिनों से फिर से एक बार मणिपुर राज्य में हिंसाचार की घटनाएं हो रही हैं । १ जनवरी को सायंकाल में थौबाल के लेंगोल हिल क्षेत्र में ४ लोगों की गोलियां चलाकर हत्या की गई । इस आक्रमण में ११ लोग घायल हुए ।
१ जनवरी २०२४ : प्रशासकीय अधिकारियों ने बताया कि आक्रमण करनेवाले पैसा लुटने के लिए लिलोंग चिंगजाओ में आए थे । तब हुए विवाद के समय गोलीबारी चालू हुई । कुछ प्रसारमाध्यमों के अनुसार आरोपियों का परिचय नहीं मिला है, तो कुछ ने कहा कि मारे गए पंगल समाज के अर्थात मुसलमान हैं । ‘मेइतेई हेरिटेज सोसायटी’ इस संगठन के अनुसार घटना धार्मिक विवाद से नहीं हुई है ।
३१ दिसंबर २०२३ : मोरेह में ईसाई कुकी आतंकवादियों ने मणिपुर पुलिस पर आक्रमण किया । इस समय पुलिस ने दिए प्रत्युत्तर में कुछ नागरिक घायल हुए । उसी दिन कौत्रुक और कडंगबल क्षेत्रों में मेइतेइ और कुकियों में भी गोलीबारी होने का समाचार है ।
३० दिसंबर २०२३ : ३० दिसंबर की रात में भी मोरेह में कुकी आतंकवादियों ने किए आक्रमण में ४ मणिपुर पुलिसकर्मी घायल हुए । इस समय ग्रेनैड का उपयोग किया गया । ३० दिसंबर को दोपहर में कुकियों ने तेंगनौपाल में पुलिस की गाडी पर आक्रमण किया । इसमें भी ४ पुलिसकर्मी गंभीर रुप से घायल हुए । कुकी आतंकवादियों ने मोरेह के वॉर्ड क्रमांक ९ के चिकिम वेंग में मोरेह के कमांडो पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी की और बम फेंके ।
An attack by Christian #KukiTerrorists injures 8 police personnel in #Manipur !
Fresh violence has already killed 4 and injured several others in the past 3 days
👉 Considering the rise of Christian militancy in the region and the support they receive from #Myanmar, it is… pic.twitter.com/XHBYOkoVxS
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) January 2, 2024
राजधानी इंफाल सहित ५ जिलों में फिर से कर्फ्यू लागू !
हिंसाचार नियंत्रण में लाने के लिए सरकार ने इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थौबाल, ककचिंग और बिष्णुपुर जिलों में फिर से कर्फ्यू जारी किया है । मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने एक वीडियो संदेश द्वारा हिंसाचार का निषेध किया और लोगों को शांति बनाए रखने के लिए आवाहन किया ।
३ मई २०२३ से राज्य में हिंसाचार हो रहा है । जातिय संघर्ष में अब तक १८० से अधिक लोग मारे गए, तो लगभग ६० सहस्र लोग बेघर हो गए हैं ।
संपादकीय भूमिकाईसाई कुकी आतंकवादी तथा इन आतंकवादियों को म्यांमार से मिल रही सहायता को देखते हुए उन्हें पूर्णतः नष्ट करना आवश्यक हो गया है । इसके लिए भारतीय सेना तथा मणिपुर पुलिस को कश्मीर के ‘ऑपरेशन ऑल आऊट’ जैसा अभियान चलाना चाहिए ! |