पेजावर मठ के विश्वप्रसन्नतीर्थ स्वामीजी का स्पष्ट वक्तव्य !
बेंगलुरू (कर्नाटक) – श्रीराममंदिर को संरक्षित करना होगा, तो भारत ‘हिन्दू राष्ट्र’ होना चाहिए । जहां कन्नड लोग बहुसंख्यक हैं, उस राज्य को ‘कर्नाटक’ कहते है, तो जहां हिन्दू बहुसंख्यक हैं, उस भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ क्यों न कहा जाए ?, ऐसा प्रश्न उडुपी पेजावर मठ के विश्वप्रसन्नतीर्थ स्वामीजी ने उपस्थित किया । अयोध्या के श्रीराममंदिर में श्री रामलला की प्राणप्रतिष्ठापना का समारोह समीप आया है । इसी समय हिन्दू राष्ट्र के संदर्भ में हो रही चर्चा के समय विश्वप्रसन्नतीर्थ स्वामीजी एक दूरचित्रवाहिनी पर बात कर रहे थे । विश्वप्रसन्नतीर्थ स्वामीजी श्रीरामजन्मभूमी तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य भी हैं ।
पेजावर मठ के विश्वप्रसन्नतीर्थ स्वामीजी ने आगे कहा कि,
१. कर्नाटक बहुसंख्यक कन्नड भाषियों का राज्य है । कन्नड भाषा का जन्म यहां हुआ तथा वह यहां पर वृद्धिंगत हुई । ऐसा यह स्थान है । जहां हिन्दू बहुसंख्यक हैं, ऐसे देश को ‘हिन्दू राष्ट्र’ कहने में अनुचित क्या है ? यदि यह अनुचित होगा, तो कर्नाटक कहना भी अनुचित होगा ।
२. जहां हिन्दू नित्यपठण करते हैं, ऐसे तीर्थस्थलों का विकास होना चाहिए । भारत की स्वतंत्रता के पश्चात हिन्दुओं के धार्मिक क्षेत्र भी मुक्त करने चाहिए थे; परंतु हमारे धार्मिक क्षेत्रे वैसे ही रहें । स्वतंत्रता के ७५ वर्षाें के पश्चात भी वे मुक्त नहीं हुए । हमारे श्रद्धास्थान हमें वापस मिलने चाहिए ।
३. अयोध्या के संदर्भ में प्राप्त निर्णय की भांति काशी और मथुरा के संदर्भ में भी न्यायालय ने अनुकूलता दर्शाई है । न्यायालय के इस निर्णय का हम हृदय से स्वागत करते हैं । ध्येय साध्य होने तक यह कार्य चलना चाहिए । हम बलपूर्वक कोई क्षेत्र नियत्रण में नहीं लेते । लोकतांत्रिक राष्ट्र में संविधान के आधार पर कार्य कर रहे हैं । सभी को इसका समर्थन करना चाहिए । विरोध नहीं करना चाहिए ।
हिन्दू राष्ट्र से संबंधित पेजावर मठ के विश्वप्रसन्नतीर्थ स्वामीजी के वक्तव्य पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने कहा कि यह देश ‘हिन्दू राष्ट्र’ हो, यह भाजपा का सिद्धांत (एजेंडा) है । हमारा देश हिन्दुओं का राष्ट्र नहीं है । यह अनेकों का देश है । केवल हिन्दू राष्ट्र बनाना संभव नहीं । |
विश्वप्रसन्नतीर्थ स्वामीजी के वक्तव्य का सिद्धरामय्या ने विरोध करना उचित नहीं ! – भूतपूर्व मंत्री प्रमोद मध्वराज
कर्नाटक के भूतपूर्व मंत्री प्रमोद मध्वराज ने कहा कि इस देश में बहुसंख्यक हिन्दू ही हैं । पेजावर मठ के विश्वप्रसन्नतीर्थ स्वामीजी हिन्दू समाज के मार्गदर्शक हैं । संविधान ने सभी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी है । इसलिए उनके इस वक्तव्य का मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने विरोध करना उचित नहीं । पेजावर श्री ने अपना मत व्यक्त किया है ।