बिहार सरकार ने अगले वर्ष विद्यालयों में हिन्दू त्योहारों की छुट्टियां कम कर दी हैं !

  • मुसलमानों के त्योहार की छुट्टियों में बढोत्तरी !

  • इस्लामिक विद्यालयों एवं मदरसों में अब शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा !

पाटलिपुत्र (बिहार) – बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने वर्ष २०२४ में विद्यालयों की छुट्टियों की सूची प्रसारित कर दी है, तदनुसार, विद्यालयों को गांधी जयंती की छुट्टियों के साथ-साथ मकर संक्रांति, रक्षाबंधन, हरितालिका एवं जितिया (अश्विन महीने में अपने बच्चों के लिए माताओं द्वारा किया जाने वाला उपवास) के त्योहारों से छूट दी गई है । इसके साथ ही दिवाली एवं छठ पूजा की छुट्टियां भी अल्प कर दी गई हैं । वहीं, ग्रीष्म की छुट्टियों के साथ-साथ ईद, बकरीद तथा मुहर्रम की छुट्टियां भी बढा दी गई हैं । इस्लामिक विद्यालयों एव मदरसों की साप्ताहिक छुट्टी शुक्रवार कर दी गई है । ये विद्यालय रविवार को भी खुले रहेंगे । इतना ही नहीं, यदि कोई विद्यालय मुसलमान बहुल क्षेत्र में है तथा उर्दू विद्यालय की तरह शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश चाहता है, तो वह जिलाधीश से उसकी अनुमति ले सकता है । बिहार सरकार ने उर्दू तथा सामान्य विद्यालय की छुट्टियों के लिए अलग-अलग दिनदर्शिका प्रकाशित की हैं ।

(सौजन्य : India Today) 

ग्रीष्मकालीन छुट्टियां २० से बढाकर ३० दिन कर दी गई हैं । ग्रीष्मावकाश में शिक्षक एवं कर्मचारी अन्य दिनों की तरह विद्यालय में उपस्थित रहेंगे । दिवाली के समय १ दिन की छुट्टी तथा छठ पूजा (उत्तर भारत में मनाया जाने वाला सूर्य पूजा व्रत) के समय ३ दिनों की छुट्टी होगी । हरितालिका व्रत के समय २ दिन तथा जितिया की १ दिन की छुट्टी भी अमान्य (निरस्त) कर दी गई है ।

भाजपा की ओर से तीव्र आलोचना

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जिस तरह से लालू यादव तथा नीतीश कुमार की सरकार हिन्दुओं पर आक्रमण कर रही है, भविष्य में उन्हें मोहम्मद नीतीश तथा मोहम्मद लालू के नाम से जाना जाएगा ।

भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि बिहार सरकार ने एक बार पुन: विद्यालयों में जन्माष्टमी, रक्षाबंधन एवं शिवरात्रि जैसे हिन्दू त्योहारों की छुट्टियां समाप्त कर दी हैं । नीतीश कुमार ने हिन्दुओं को जातियों में बांटकर, साथ ही अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण कर मत की राजनीति की है ।

नीतीश कुमार सरकार के एक मंत्री का विरोध, किंतु सत्ता पक्ष के नेता द्वारा बचाव !

नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इस तरह के निर्णय से भावनाएं आहत होंगी, यह सर्वथा अयोग्य है । संभव है कि शिक्षा मंत्री की दृष्टि इस पर नहीं पडी हो । मुख्यमंत्री को जब पता चलेगा तो वह अवश्य संज्ञान लेंगे ।

जनता दल (संयुक्त ) के नेता नीरज कुमार ने कहा कि शब-ए-बारात की छुट्टियां अल्प कर दी गई हैं, इस पर कोई चर्चा नहीं है । हिन्दू छुट्टियों में कोई कटौती नहीं की गई है । छुट्टियां बढाए जाने का कारण, शिक्षा विभाग ही बता सकता है । इस विषय को राजनीतिक दृष्टिकोण से न देखकर शिक्षा विभाग के विचार समझकर वक्तव्य देना उचित होगा ।

छुट्टियों की सूची

गत वर्ष ईद की छुट्टी केवल २२ अप्रैल को थी, किंतु इस वर्ष १०, ११ तथा १२ अप्रैल को ईद की छुट्टी दी गई है । गत वर्ष बकरीद पर २ दिनों की छुट्टी थी, इस वर्ष उसे बढाकर ३ दिन १८, १९ तथा २० जून कर दिया गया है । गत वर्ष मुहर्रम की छुट्टी १ दिन थी, किंतु इस वर्ष १७ एवं १८ जुलाई को छुट्टी दी गई है ।

हिन्दुओं के लिए ये छुट्टियों समाप्त कर दी गई हैं !

महाशिवरात्रि, रामनवमी, श्रावण का अंतिम सोमवार, हरितालिका, जितिया, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, अनंत चतुर्दशी, भाईदूज, गोवर्धन पूजा, गुरु नानक जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा

संपादकीय भूमिका 

  • बिहार की जनता दल (संयुक्त) एवं राष्ट्रीय जनता दल गठबंधन सरकार ने धर्मनिरपेक्षता की धज्जियां उडा कर रख दी हैं ! क्या बिहार में हिन्दुओं को यह स्वीकार्य है ? यदि यह स्वीकार्य नहीं है तो उन्हें निश्चित करना होगा कि क्या वे वैधानिक पद्धति से इसका विरोध करेंगे अथवा जातिवाद की राजनीति में रहकर आत्महत्या कर लेंगे ?
  • ध्यान दें कि पाखंडी धर्मनिरपेक्ष देश में भाजपा पर ‘शिक्षा के भगवाकरण’ का आरोप लगाने वाले राजनीतिक दल विद्यालयों का ‘इस्लामीकरण’ कर रहे हैं !