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देहरादून (उत्तराखंड) – यहां के २१ वर्षीय हिन्दू युवक रोहित शर्मा को आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने के प्रकरण में अलीशा, उसके पिता इम्तियाज, मां रेशमा और मामा नदीम के विरोध में अपराध प्रविष्ट किया गया है । उपनिरीक्षक सनोज कुमार द्वारा दी जानकारी के अनुसार रोहित के पिता महिपाल शर्मा की शिकायत के आधार पर यह अपराध प्रविष्ट किया गया है । उनके लडके को अलीशा ने प्रेम जाल में फंसाया और उसके परिवार ने उसे मानसिक रूप से प्रताडित किया । उसके साथ मारपीट भी की गई थी । इस कारण उनके लडके को आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाना पडा । ऐसा आरोप इस शिकायत में उन्होंने किया । शर्मा के आरोप में तथ्य होने पर पुलिस ने अपराध प्रविष्ट किया ।
१. २५ अक्टूबर के दिन विष प्राशन करने के उपरांत २ नवंबर के दिन रोहित की अस्पताल में उपचार चलते समय मृत्यु हो गई थी ।
२. महिपाल शर्मा ने कहा कि रोहित के विष प्राशन करने तक मुझे दोनों के प्रेम प्रकरण के विषय में कुछ भी पता नहीं था । रोहित के मोबाइल में रोहित और अलीशा के ‘व्हाट्सएप चैट’ मुझे मिले , जिसमें उसके द्वारा रोहित को प्रेम जाल में फंसाने की बात ध्यान में आती है । साथ ही २५ अक्टूबर अर्थात जिस दिन रोहित ने विष प्राशन किया, उस दिन भी वह अलीशा के घर गया था, उसी दिन से अलीशा और उसके परिवारवाले फरार हैं । इससे स्पष्ट होता है कि, मेरे लडके की हत्या में उन्हीं का हाथ है ।
३. इस प्रकरण की जांच करने वाले पुलिस उपनिरीक्षक सनोज कुमार ने बताया कि, आरोपी अभी फरार हैं । उनकी खोज की जा रही है ।
संपादकीय भूमिकायदि किसी घटना में हिन्दू लडके के कारण मुसलमान लडकी के आत्महत्या करने की किसी ने आवाज उठाई होती, तो साम्यवादी और कथित धर्मनिरपेक्षतावादियों की एक जाति ने हिन्दुओं को अत्याचारी संबोधित करना प्रारंभ किया होता, यही सत्य है ! |