‘कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण’ की ओर से परीक्षा में आते समय हिजाब पहनने पर प्रतिबंध !

मंगलसूत्र एवं बिछियां पहनने को अनुमति !

हिजाब अर्थात मुसलमान महिलाओं को सिर और चेहरा ढंकनेका वस्त्र !

ओमर अब्दुल्लाह

बंगलुरू (कर्नाटक) – कर्नाटक में ‘कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण’ ने परीक्षा के समय हिजाब पहनकर आनेपर प्रतिबंध लगाया है । इसमें सीधे हिजाब शब्द का उपयोग न कर ‘सिर ढंकनेवाला वस्त्र’ इस शब्द का उपयोग किया गया है । साथही आभूषण पहनने पर प्रतिबंध है । केवल मंगलसूत्र एवं बिछियां पहनने के लिए अनुमति दी गई है । इसके अतिरिक्त फोन ब्ल्यूटूथ, इयरफोन इत्यादि इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं साथ में रखने पर भी प्रतिबंध होगा । कपडों के संदर्भ में भी नियम किया गया है । युवतियां ऊंचे सैंडल्स, जीन्स और टी शर्ट पहनकर नहीं आ सकती । १८ और १९ नवंबर को परीक्षा होगी । पीछले महीने में इसी प्रकार की परीक्षा में हिन्दू विवाहित महिलाओं को परीक्षा में आते समय मंगलसूत्र सहित सभी आभूषण निकालने के लिए कहा गया था, जिससे विवाद उत्पन्न हुआ था । इस पृष्ठभूमि पर ये नियम अभी लागू किए गए हैं । बताया जा रहा है कि कोई कॉपी न कर पाए, ऐसा उद्देश्य इसके पीछे है ।

 (और इनकी सुनिए.. ) ‘मुसलमानों को लक्ष्य कर प्रतिबंध लगाया गया !’ – ओमर अब्दुल्लाह की टिप्पणी !

कौन क्या पहने और न पहने, इसमें सरकार हस्तक्षेप क्यों कर रही है ? मुसलमानों को लक्ष्य कर यह प्रतिबंध लगाया गया है । कर्नाटक में ऐसा हो रहा है । कर्नाटक में इसके पहले भाजपा के शासनकाल में ऐसा ही हो रहा था और अब कांग्रेस के शासनकाल में भी वही हो रहा है । कांग्रेस द्वारा ऐसे आदेश निकाले जाना निराशजनक है । मैं कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को इसपर विचार कर आदेश हटाने के लिए बता रहा हूं ।

संपादकीय भूमिका 

हिजाब पहनकर आते समय यदि कोई उसमें कॉपी के कागद छिपाएगा, तो कैसे समझेगा ?