हिन्दुओं के दबाव के कारण गहनों के विज्ञापन में सुधार !
मुंबई, १३ नवंबर (वार्ता) – हिन्दुओं के त्योहारों के उपलक्ष्य में गहनों के विज्ञापन बनाकर हिन्दू संस्कृति के अनुसार महिलाओं को कुमकुम लगा हुआ न दिखाने वाले अनेक गहना व्यापारियों ने इस वर्ष सुधार करते हुए दिवाली के उपलक्ष्य में किए गहनों के विज्ञापनों में महिलाओं को कुमकुम लगा हुआ दिखाया है । पिछले वर्ष तक अधिकांश गहना व्यापारियों की ओर से गहनों के विज्ञापनों में महिलाओं को बिना कुमकुम दिखाया जा रहा था । जिनमें तनिष्क, मलबार गोल्ड, पु.ना. गाडगिल, पी.सी. चंद्रा आदि गहना व्यापारीयों का समावेश था ।
पिछले वर्ष तक इन गहना व्यापारियों ने हिन्दुओं के त्योहारों के उपलक्ष्य में विज्ञापन बनाकर महिलाओं के मस्तक पर कुमकुम न दिखाने के कारण प्रसिद्ध हिंदुत्वनिष्ठ लेखिका शेफाली वैद्य ने सामाजिक माध्यमों द्वारा ‘#NoBindiNoBusiness’ ऐसा आवाहन किया था, अर्थात जो कंपनियां विज्ञापन में महिलाओं के मस्तक पर बिंदी/कुमकुम नहीं दिखाएंगे, उनका आर्थिक बहिष्कार करना चाहिए । ‘मलबार गोल्ड एंड डायमंड ज्वेलर्स’ ने वर्ष २०२२ में अक्षय तृतीया के अवसर पर बने विज्ञापन में महिलाओं के मस्तक पर कुमकुम नहीं दिखाया था । इसके विरोध में हिन्दू जनजागृति समिति ने भी ‘#NoBindi_NoBusiness’ और ‘#BoycottMalbarGold’ ऐसा आवाहन किया था । इसके उपरांत ‘मलबार गोल्ड एंड डायमंड ज्वेलर्स’ ने यह विज्ञापन वापस लिया था । हिन्दुओं द्वारा समय पर किए गए विरोध के कारण आर्थिक क्षति के डर से इस वर्ष दिवाली के अनेक विज्ञापनों में महिलाओं को गहने, साथ ही मस्तक पर कुमकुम सहित दिखाया गया है ।