कोई भी मुसलमान गरबा के कार्यक्रमस्थल पर न घुसे ! – विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल

  • विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल की ओर से गुजरात के सभी गरबा आयोजकों को निर्देश !

  • गरबा में सहभागी होनेवाले युवकों को लगाना पडेगा तिलक, साथ ही छिडक लेना होगा गोमूत्र तथा हाथ में बांधना पडेगा धागा !

कर्णावती (गुजरात) – ‘गरबा’ के माध्यम से देवी के पूजन का एक अवसर होता है; परंतु कुछ ‘जिहादी’ ऐसे पर्व का दुरुपयोग करते हैं । मैं गरबा के सभी आयोजकों से यह आवाहन करता हूं कि पंडालवाले, खाद्यपदार्थाें की व्यवस्था करनेवाले, साथ ही सुरक्षा व्यवस्था देखनेवाले; ऐसे कोई भी समस्य मुसलमान नहीं होने चाहिएं । साथ ही ‘गरबा’ के कार्यक्रमस्थल पर अंदर जानेवालों के परिचयपत्र तथा आधारकार्ड का सत्यापन कर ही ऐसे व्यक्तियों को अंदर जाने की अनुमति दी जाए’, ऐसा निर्देश विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने दिया है । प्रतिवर्ष नवरात्र के उपलक्ष्य में आयोजित गरबा के कार्यक्रमों में अनेक मुसलमान युवक घुस जाते हैं तथा हिन्दू युवतियों एवं महिलाओं को ‘लव जिहाद’ के षड्यंत्र में फंसाने का प्रयास करते हैं ।

१. इस बार भी बजरंग दल तथा विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता गरबा के कार्यक्रमस्थलों पर उपस्थित रहकर वहां ‘मुसलमान युवक घुस न पाएं’, इस पर ध्यान रखनेवाले हैं ।

२. इसके साथ ही गरबा में सहभागी होनेवाले युवकों को तिलक लगाया जाएगा, उन पर गोमूत्र छिडका जाएगा, साथ ही हाथ में लाल धागा बांधा जाएगा । कोई यदि मदिरापान कर आया हो, तो ऐसे व्यक्तियों को भी अंदर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी ।

३. ‘वर्ष २०१५ से गरबा के कार्यक्रमों में अनुचित उद्देश्य रखकर घुसनेवालों के लिए इस प्रकार के उपाय किए जा रहे है’, ऐसा भी श्री. जैन ने कहा ।

४. बीती कुछ अवधि में विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल ने गुजरात राज्य में १६ जागरण यात्राएं निकाली, १ सहस्र १०० से अधिक सभाएं लीं तथा १८ सहस्र से अधिक कार्यकर्ताओं को ‘त्रिशूल दीक्षा’ दी । इस माध्यम से हिन्दू युवक-युवतियों में जागरूकता लाने का प्रयास किया गया । इस अभियान के माध्यम से ७ लाख से अधिक लोगों को जोडा गया ।

संपादकीय भूमिका 

बहुसंख्यक हिन्दुओं के देश में उनके उत्सवों पर मंडरा रही जिहादी छाया से बचने के लिए उन्हें इस प्रकार की युक्तियां अपनानी पडती है, यह हिन्दुओं के लिए लज्जाप्रद बात है ! हिन्दुओं के कार्यक्रम में कोई अन्य धर्मी आने का साहस ही न दिखाए, इस प्रकार से हिन्दुओं को अभेद संगठन तथा दबदबा बनाना आवश्यक !