पेजावर मठ के स्वामीजी श्री विश्वप्रसन्नतीर्थ द्वारा चेतावनी !
धारवाड (कर्नाटक) – सनातन धर्म का विरोध करना उचित नहीं है । एक बार अग्नि प्रज्वलित हो जाए, तो शांत होने में समय लगेगा । मणिपुर राज्य इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है । पेजावर मठ के स्वामीजी श्री विश्वप्रसन्नतीर्थ ने चेतावनी दी है कि सनातन को उकसाओगे, तो राज्य में मणिपुर जैसी स्थिति होगी । शिवमोग्गा के रागिगुड्ड में हुए दंगे के संदर्भ में वे पत्रकारों से वार्तालाप कर रहे थे ।
श्री विश्वप्रसन्नतीर्थ स्वामीजी ने प्रस्तुत किए सूत्र
सरकार कार्यवाही करे !
घरों पर पथराव करना और तलवार चलाना, क्या ये घटनाएं क्षुल्लक हैं ? कोई भी इसे क्षुल्लक न समझें । दंगों को जड से उखाड देना चाहिए । इसलिए सरकार को शांतता और सुव्यवस्था बनाने हेतु कार्यवाही करनी चाहिए ।
सब हमारे ही हैं, ऐसी भावना होनी चाहिए !
राजनेता को किसी एक दल तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए । समाज के सभी लोगों के सुख-शांति के लिए उचित उपाय करने चाहिए । सभी एक जैसे हैं । सभी लोग हमारे ही हैं, ऐसी भावना होनी चाहिए । सभी की सुखवृद्धि करनेवाला कार्य होना चाहिए । अपनी संतुष्टि के प्रयत्नों में दूसरों को दुःख नहीं होना चाहिए । सब संतुष्ट होकर जीए ।
सभी सुखी, संतुष्ट रहें, इस हेतु उपयोग में लाई गई नीति ही सनातन धर्म है !
धर्म समाज को निरंतर आगे ले जानेवाला जीवन संबंधी सूत्र है । सभी सुखी और संतुष्ट रहें, इस हेतु उपयोग में लाई गई नीति एवं नियम ही सनातन धर्म है । सभी को सुख प्राप्त हो, इस हेतु हमें प्रयत्न करने चाहिए । वर्षा जब होती है, तब वह पूरे गांव में होती है । उसी प्रकार सुख सभी को संतुष्टता से जीने में सहायक होता है । हम यदि दूसरे के सुख की कामना करेंगे, तो ही हम सुखी होंगे ।