हलाल अर्थव्यवस्था भारत में समानांतर अर्थव्यवस्था बनी है, इस संकट को रोकने हेतु भारत को हलालमुक्त करना आवश्यक है – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, हिन्दू जनजागृति समिति, धर्म प्रचारक संत

अधिवक्ताओं का मार्गदर्शन करते सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, साथ में श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी

गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) – यहां के कलेक्टर सभागार में अधिवक्ताओं के लिए व्याख्यान का आयोजन किया गया था । इस व्याख्यान में हिन्दू जनजागृति समिति के धर्म प्रचारक संत सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी ने ‘भारत सरकार का प्रमाणीकरण सर्टिफिकेट होते हुए भी इस्लामी निजी संस्था के ‘हलाल सर्टिफिकेट’ की आवश्यकता क्यों है ?’, यह प्रश्न उपस्थित किया । उन्होंने कहा कि ‘आज यह हलाल अर्थव्यवस्था भारत में समानांतर अर्थव्यवस्था बनी है, इस संकट को रोकने हेतु भारत को हलालमुक्त करना आवश्यक है ।’

सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी ने आगे बताया कि ‘हलाल सर्टिफिकेट (प्रमाणपत्र)’ के द्वारा इस्लामी अर्थव्‍यवस्‍था अर्थात ‘हलाल इकोनॉमी’ को, धर्म का आधार होते हुए भी बहुत ही चालाकी के साथ सेक्युलर भारत में लागू किया जा रहा है । भविष्‍य में यह व्‍यापारी, उद्योगपति, समाज तथा राष्‍ट्र के लिए बडा संकट हो सकता है । इस पर विचार करना अत्यंत आवश्‍यक है । प्रत्येक राष्ट्रभक्त नागरिक का कर्तव्य है कि वह हलाल अर्थव्यवस्था के खतरों को समझे, इसका विरोध करे और भारत का भविष्‍य सुरक्षित बनाने में सहयोग दे !’

इस अवसर पर गोरखपुर के अनेक अधिवक्ता उपस्थित थे । इस कार्यक्रम का आयोजन गोरखपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता पंडित शेष नारायण पांडे और वरिष्ठ अधिवक्ता लक्ष्मी शंकर शुक्ला ने किया था । यह कार्यक्रम के प्रचार प्रसार एवं आयोजन हेतु अधिवक्ता आशुतोष पांडे इन्होंने विशेष प्रयास किए ।