नूंह (हरियाणा) में कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं की फेरी पर किए आक्रमण का प्रकरण
चंडीगढ – हरियाणा के नूंह में ३१ जुलाई २०२३ को बृजमंडल जलाभिषेक फेरी पर कट्टरपंथी मुस्लिमों ने आक्रमण किया था । इसमें ७ लोगों की मृत्यु, तो १०० से अधिक लोग घायल हुए थे । इस प्रकरण में पुलिस ने कांग्रेस के विधायक मामन खान को बंदी बनाया है । मामन खान ने मुस्लिमों को भडकाने का एक वीडियो प्रसारित किया था । उन पर आरोप लगाया गया है कि इस कारण फेरी पर आक्रमण किया गया था । साथ ही उन पर आरोप है कि आक्रमण के समय वे कट्टरपंथी मुस्लिमों के संपर्क में भी थे । उप पुलिस अधीक्षक सतीश कुमार ने कहा, ‘खान को राजस्थान से बंदी बनाया गया है । इस प्रकरण में उनकी जांच की जा रही है ।’ दूसरी ओर पुलिस ने मामन खान के गांव पर घेरा डाला है । यहां कानून एवं सुव्यवस्था न बिगडे, इसलिए पुलिस ने बडी संख्या में व्यवस्था की है ।
(सौजन्य : IndiaTV)
पुलिस ने मामन खान को दो बार नोटिस भेजकर जांच के लिए बुलाया; परंतु कारण बताते हुए वे जांच के लिए उपस्थित नहीं हुए थे । मामन खान ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट कर इस हिंसा के प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने की मांग की थी । (इसे कहते हैं, ‘चोरी ऊपर से सीना जोरी’ ! – संपादक)
संपादकीय भूमिकाहिन्दुओं पर आक्रमण कर दंगे करनेवाले कट्टरपंथियों के पीछे सदैव कांग्रेस का हाथ रहता है, विभाजन के समय से ही यह इतिहास रहा है । मामन खान की बंदी से यह पुनः दिखाई दे रहा है । इस पर अब हिन्दुओं को ‘आतंकी’ संबोधित करनेवाले पाखंडी धर्म निरपेक्षतावादी, अहिंसावादी एवं गांधीवादी कांग्रेसी मुंह नहीं खोलेंगे ! |